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शिवराज की 'रसोई' योजना का फूलने लगा दम 

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Sep 8, 2017

सतना : मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अतिमहत्वाकांक्षी दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना का दम फूलने लगा हैं। दो दिन हो गए रसोई का संचालन करने वाली गैर सरकारी संगठन घनश्याम सेवा समिति को गरीबों के लिए खाद्यान्न नसीब नहीं हुआ।

5 रुपए में भरपेट खाना नसीब होना दुश्वार हो रहा हैं। बता दें कि इसी साल 7 अप्रैल को सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश भर में योजना की शुरूआत की थी। योजना का मकसद गरीबों को 5 रुपए में भरपेट खाना खिलाना हैं।

जिस दिन प्रदेश सरकार ने गरीबों के लिए 5 रुपए में भरपेट खाना खिलाने की योजना शुरू की, तो इस खबर ने समूचे देश में सुर्खियां बटोरी थीं। तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि इस योजना का महज 5 माह में ही दम फूलने लगेगा।

जी हां साल 2017 को पंडित दीनदयाल शताब्दी वर्ष मनाए जाने के उपलक्ष्य में मुख्यमंत्री ने दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना का शुभारंभ किया गया, मगर अब यह योजना कम से कम सतना में तो दम तोड़ती नजर आ रही हैं।

रसोई का संचालन करने वाली दिल्ली की घनश्याम सेवा समिति को बीते दो दिनों से न तो चावल मिला और न ही दाल नसीब हुई। अब समिति गरीबों को खिलाए तो क्या खिलाए। गुरुवार को लगा कि रसोई में ताला लग जायेगा, मगर एनजीओ के कर्मचारियों ने किसी तरह सब्जी, चावल और आटा का जुगाड़ किया और गरीबों को किसी तरह 5 रुपए में भरपेट खाना खिलाया।

मगर खाद्यान्न न मिलने का साइड इफेक्ट यह रहा कि गरीबों की थाली से जहां दाल गायब थी, तो सब्जी से सोयाबीन की बड़ी और आलू ने मानो तौबा कर लिया था, यानि इस खाने की क्वालिटी की गुणवत्ता की गारंटी नहीं हैं। 

वहीं दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना का काम देखने वाले सुपरवाइजर अमरीश ठाकरान ने बताया कि उनके पास आज का राशन नहीं था। इसलिए उन्होंने अपने सेंट्रलाइज किचन से वो राशन मंगाया था। इसलिए ये सब लेट हो गया। राशन नगर निगम से आता हैं। आज का राशन सेंट्रलाइज किचन से उधार लिया हैं, जैसी संख्या होती हैं वैसा राशन मिलता हैं, मंथली राशन मिलता हैं।

राशन शुक्रवार यानि आज भी रसोई नहीं पहुंचा। हद तो तब हो गई, तब घनश्याम सेवा समिति ने मिड-डे मील के हिस्से का चावल-दाल पकाकर दीनदयाल अंत्योदय की रसोई के लिए भेज दिया। मिड-डे मील बनाने वाली सेंट्रलाइज किचन से डेढ़ क्विंटल चावल और 30 किलोग्राम दाल बनाकर गरीबों के लिए भेजा गया। 

सेंट्रलाइज किचन के मैनेजर पीयूष राणा ने कहा कि नगर निगम ने बोला था कि एक दो दिन में शॉर्टआउट हो जाएगा। मैडम जी से भी मिला था। राशन मिल जाएगा। आज यहां से डेढ़ क्विंटल चावल और जितना दाल लगनी थी उतनी दाल गई हैं। अलॉटमेंट हो गया हैं, शाम तक राशन मिलने की संभावना हैं। दीनदयाल रसोई जो कर रहे हैं वह लोगों की सेवा हैं, कोई व्यापार नहीं कर रहे।

घनश्याम सेवा समिति मध्यप्रदेश समेत दिल्ली और उड़ीसा राज्यों में प्राथमिक तथा माध्यमिक स्तर के स्कूलों के छात्र-छात्राओं को मध्यान्ह भोजन मुहैया कराता हैं। सतना की बात करें तो नगर निगम क्षेत्र के 95 स्कूलों के 8 हजार 9 सौ 72 बच्चों को मिड-डे मील उपलब्ध कराते हैं।

रही बात दीनदयाल अंत्योदय रसोई योजना की, तो इसकी मॉनिटरिंग नगर निगम करता हैं। मगर नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारी इसका ठीकरा खाद्य आपूर्ति विभाग के ऊपर फोड़ रहा हैं।नगर निगम के सहायक आयुक्त एसडी पांडेय ने कहा कि खाद्यान्न का आबंटन खाद्य अधिकारी के यहां से होता हैं।