Aug 29, 2019
जम्मू-कश्मीर मेें मोबाइल सेवाएं वापस से शुरू कर दी गई है। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद से मोबाइल सेवाएं बंद कर दी गई थी। जम्मू-कश्मीर में तनाव के माहौल को देखते हुएं कश्मीर के प्रशासन की ओर से मोबादल सेवा बंद किएं जाने जैसा कदम उठाया गया था। 5 अगस्त से राज्य की मोबाइल सेवाएं बंद कर दी गई थी।
पाबंदियों को ढील देते हुएं मोबाइल सेवाएं वापस शुरू
25 दिन बाद जम्मू के पांच जिलों डोडा, रामबन, राजौरी, पूंछ और किश्तवाड़ में लगी पाबंदियों को ढील देते हुएं मोबाइल सेवाएं वापस से शुरू कर दी गई है। बाकी जिलों में अभी भी मोबाइल सेवा ठप है। सुरक्षा एजेंसियों को मानना है कि कश्मीर के हालात को देखते हुएं बाकी जिलों में भी सेवाएं शुरू की जाएंगी। वहीं राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार का अनुच्छेद 3370 को निष्प्रभावी करने का फैसला जम्मू-कश्मीर के लोगों की भलाई के लिए है। उन्होंने कहा कि राज्य प्रशासन कश्मीर घाटी में मौतोंका कोई आंकड़ा नहीं छिपा रहा है। यहां किसी की भी मौत नहीं हुई है।
50 हजार नई सरकारी नौकरियां निकाली जाएंगी
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में लगभग 50 हजार नई सरकारी नौकरियां निकाली जाएंगी। सरकार ने कुपवाड़ा और हंदवाड़ा जिलों में मोबाइल फोन कनेक्टिविटी खोलने जा रही है। इसके अलावा फोन और इंटरनेट का उपयोग लोग कम करते है। जबकि इसका ज्यादातर इस्तेमाल आतंकवादियों की ओर से किया जाता है। यह हमारे खिलाफ इस्तेमाल किया जाने वाला एक प्रकार का हथियार है। इसलिए हमने इसे रोक दिया है। धीरे-धीरे मोबाइल सेवाएं फिर से शुरू की जा रही है।