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लाल आतंक का आखिरी अध्याय शुरू! अमित शाह की हुंकार—31 मार्च 2026 तक नक्सल-मुक्त होगा भारत

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Dec 13, 2025

लाल आतंक का आखिरी अध्याय शुरू! अमित शाह की हुंकार—31 मार्च 2026 तक नक्सल-मुक्त होगा भारत

जगदलपुर में बस्तर ओलंपिक 2025 के समापन समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ा ऐलान किया कि 31 मार्च 2026 तक देश नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा। उन्होंने बस्तर को लाल आतंक से मुक्त कर विकास की नई राह पर ले जाने का संकल्प दोहराया और नक्सलियों से हथियार छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की। इस मौके पर सरेंडर किए नक्सलियों की भागीदारी को विकास का प्रतीक बताया।

नक्सलवाद खत्म करने का दृढ़ संकल्प

अमित शाह ने कहा कि बस्तर में नक्सलवाद सांप की तरह फन फैलाए विकास को रोक रहा था, लेकिन अब शांति की बारी है। मोदी सरकार का लक्ष्य है कि 31 मार्च 2026 तक लाल आतंक समाप्त हो। उन्होंने 2026 में फिर बस्तर ओलंपिक आने का वादा किया और कहा कि तब बस्तर नक्सल मुक्त हो चुका होगा। जहां गोलियों की गूंज थी, वहां अब स्कूलों की घंटियां और भारत माता के नारे गूंज रहे हैं।

सरेंडर और पुनर्वास की अपी

गृह मंत्री ने गुमराह युवाओं से हथियार छोड़ने और पुनर्वास योजना में शामिल होने की विनम्र अपील की। सरेंडर करने वालों के लिए बेहतर नीतियां हैं। इस साल सैकड़ों नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया और बस्तर ओलंपिक में 700 से अधिक सरेंडर्ड खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया, जो विनाश की जगह विकास चुनने का उदाहरण है।

बस्तर का बदलता स्वरूप

बस्तर ओलंपिक में इस बार 3.91 लाख से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा रही। शाह ने इसे बदलाव की शुरुआत बताया। नए सुरक्षा कैंप, सड़कें, रेल और योजनाएं बस्तर को बदल रही हैं। 2026 में खेलो इंडिया ट्राइबल गेम्स यहां होंगे।

2030 तक विकसित बस्तर का खाका

शाह ने घोषणा की कि बस्तर के सातों जिलों को 2030 तक सबसे विकसित आदिवासी क्षेत्र बनाया जाएगा। हर गांव में बिजली, स्वास्थ्य सुविधाएं, वनोपज प्रोसेसिंग यूनिट और कुपोषण के खिलाफ विशेष टीमें लगेंगी। नक्सलवाद खत्म होने के बाद विकास की नई शुरुआत होगी।

Report By:
Monika