Oct 16, 2025
ED की कार्रवाई से हिली दिलीप बिल्डकॉन: ग्वालियर में रेड, मनी लॉन्ड्रिंग की जांच तेज
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आर्थिक अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों के तहत प्रमुख इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। मंगलवार को ग्वालियर के दीनदयाल नगर इलाके में स्थित एक महत्वपूर्ण मकान पर ED की टीम ने छापेमारी की, जहां दो सदस्यों ने दस्तावेजों की बारीकी से तलाश की। इससे पहले सोमवार को भोपाल में कंपनी के कार्यालयों पर भी रेड की गई थी, जिससे पूरे कॉर्पोरेट जगत में हड़कंप मच गया। यह कार्रवाई कंपनी के वित्तीय लेन-देन और शेयरों से जुड़ी संदिग्ध गतिविधियों पर केंद्रित है। ED के अधिकारियों के अनुसार, जांच में अब तक कई गोपनीय दस्तावेज जब्त हो चुके हैं, जो टैक्स चोरी और अवैध धन के प्रवाह की ओर इशारा कर रहे हैं। कंपनी के संस्थापक दिलीप सूर्यवंशी, जो मध्य प्रदेश के प्रमुख उद्योगपति हैं, पर भी नजरें टिक गई हैं।

भोपाल से ग्वालियर तक फैली जांच, टैक्स चोरी के नए खुलासे
सोमवार को पंजाब के अमृतसर से आई आयकर टीम ने भोपाल के चेनाभट्टी स्थित कंपनी मुख्यालय और पिथमपुर के एक सहयोगी इकाई पर छापे मारे, जहां दस्तावेजों की छानबीन की गई। मंगलवार को ED की ग्वालियर रेड ने जांच को नया मोड़ दिया, जहां दीनदयाल नगर के मकान से महत्वपूर्ण फाइलें बरामद हुईं। ED का मानना है कि यह कंपनी के पंजीकृत कार्यालय से जुड़ा स्थान है, जो ग्वालियर रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के तहत रजिस्टर्ड है। जांचकर्ताओं ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत कार्रवाई की पुष्टि की है। कंपनी ने स्पष्ट किया कि उन्हें अभी तक कोई औपचारिक कारण नहीं बताया गया, लेकिन सहयोग का आश्वासन दिया। यह घटना मध्य प्रदेश की राजनीतिक और व्यावसायिक हलकों में चर्चा का विषय बनी हुई है, क्योंकि दिलीप बिल्डकॉन मेट्रो, हाईवे और ब्रिज जैसे बड़े सरकारी प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है। ED की टीम पूरे नेटवर्क की पड़ताल कर रही है, जिसमें अन्य राज्यों के लिंक भी शामिल हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह कार्रवाई कॉर्पोरेट धन शोधन के खिलाफ केंद्र सरकार की सख्ती को दर्शाती है। फिलहाल, जांच जारी है और आगे के खुलासे अपेक्षित हैं।