Oct 14, 2025
इंदौर MY अस्पताल चूहा कांड: डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया और प्रभारी डॉ. अशोक यादव दोषी घोषित
कमलेश मोदी इंदौर : इंदौर के एमवाय अस्पताल में अगस्त 2025 में हुए चूहा कांड ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे। नवजात शिशु आईसीयू में चूहों ने दो कमजोर बच्चियों को काट लिया, जिससे उनकी मौत हो गई। जांच के बाद एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया को लापरवाही का दोषी ठहराया गया। अस्पताल प्रभारी डॉ. अशोक यादव को भी जिम्मेदार माना गया। आठ अधिकारियों पर कार्रवाई हुई, जिसमें निलंबन और पद हटाना शामिल है। हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए।
घटना का विवरण और मौतों का कारण
31 अगस्त से 1 सितंबर 2025 की रात को एमवाय अस्पताल के पीडियाट्रिक आईसीयू में दो नवजात लड़कियों को चूहों ने काट लिया। एक बच्ची 1.2 किलो वजन की थी, जिसे माता-पिता ने छोड़ दिया था, जबकि दूसरी 1.6 किलो की थी। एक की मौत 1 सितंबर को, दूसरी की 3 सितंबर को हो गई। डॉक्टरों ने मौत का कारण जन्मजात विकृति, सेप्टिसीमिया और निमोनिया बताया, लेकिन चूहा काटना स्थिति बिगाड़ने का मुख्य कारक माना गया। भारी बारिश और टूटी पाइपलाइन से चूहे घुसे थे।

अधिकारियों की लापरवाही और जांच
जांच पैनल ने पाया कि पेस्ट कंट्रोल कंपनी एजाइल पर ₹1 लाख जुर्माना लगाया गया और अनुबंध समाप्त किया गया। डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने दो नर्सिंग ऑफिसरों को निलंबित किया, लेकिन खुद पर स्पष्टीकरण मांगा गया। सुपरिंटेंडेंट डॉ. अशोक यादव ने स्वास्थ्य कारणों से 15 दिन की छुट्टी ली। नर्सिंग सुपरिंटेंडेंट को हटाया गया। एमपीएचआरसी ने जांच का आदेश दिया। हाईकोर्ट ने 11 सितंबर को पीआईएल दर्ज कर स्टेटस रिपोर्ट मांगी।
कार्रवाई और जनाक्रोश
कुल आठ अधिकारियों पर अनुशासनिक कार्रवाई हुई। कांग्रेस ने डीन और सुपरिंटेंडेंट के खिलाफ आपराधिक मुकदमा की मांग की। आदिवासी संगठन ने अस्पताल पर धरना दिया, जिम्मेदारों की गिरफ्तारी मांगी। राहुल गांधी ने सरकार की आलोचना की। अस्पताल में व्यापक पेस्ट कंट्रोल शुरू किया गया। यह घटना सरकारी अस्पतालों की सफाई और सुरक्षा पर सवाल उठाती है।