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मंडला के उदय चौक में खाई निर्माण हादसा: ठेकेदार की लापरवाही से ढही दीवार, व्यापारियों ने की जांच और क्षतिपूर्ति की मांग

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Jun 24, 2025

मंडला के उदय चौक में खाई निर्माण हादसा: ठेकेदार की लापरवाही से ढही दीवार, व्यापारियों ने की जांच और क्षतिपूर्ति की मांग

 

अमित चौरसिया : मंडला शहर के सबसे व्यस्त उदय चौक में 7 करोड़ रुपये की लागत से चल रहे खाई सौंदर्यीकरण कार्य के दौरान ठेकेदार की लापरवाही से बड़ा हादसा हो गया। निर्माणाधीन खाई का एक हिस्सा ढहने से हॉकर्स जोन में खड़े वाहन खाई में गिर गए, जिससे फल-फूल विक्रेताओं को भारी नुकसान हुआ। स्थानीय व्यापारियों ने ठेकेदार और अधिकारियों के खिलाफ आक्रोश जताते हुए जांच और क्षतिपूर्ति की मांग की है।

 

हादसे का कारण और तत्काल प्रभाव

मंडला के उदय चौक में सालों पुरानी खाई के सौंदर्यीकरण का कार्य चल रहा था। स्थानीय दुकानदारों के अनुसार, ठेकेदार ने हॉकर्स जोन में भारी मात्रा में निर्माण सामग्री डंप की, जिससे खाई की दीवार कमजोर हो गई और अचानक ढह गई। इस हादसे से हॉकर्स जोन में खड़े कई वाहन, जिनमें एक फूल-माला विक्रेता की गाड़ी भी शामिल थी, खाई में गिर गए। खाई में पानी भरा होने के कारण वाहन पूरी तरह डूब गए, जिससे व्यापारियों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। हादसे से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई।

व्यापारियों का आक्रोश और क्षतिपूर्ति की मांग

हादसे के बाद स्थानीय व्यापारियों और दुकानदारों ने ठेकेदार की लापरवाही और प्रशासन की निगरानी में कमी पर गहरा रोष व्यक्त किया। उनका आरोप है कि निर्माण कार्य में न तो गुणवत्ता का ध्यान रखा गया और न ही सुरक्षा उपायों का पालन किया गया। व्यापारियों ने जिला प्रशासन से इस मामले की गहन जांच और प्रभावित लोगों को तत्काल क्षतिपूर्ति प्रदान करने की मांग की है। फल और फूल विक्रेताओं ने बताया कि उनके सामान का भारी नुकसान हुआ, जिससे उनकी आजीविका पर संकट आ गया है।

निर्माण कार्य पर उठे सवाल

इस हादसे ने खाई सौंदर्यीकरण परियोजना की गुणवत्ता और निगरानी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। 7 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना में ठेकेदार की लापरवाही और अधिकारियों की उदासीनता ने हादसे को जन्म दिया। स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण स्थल पर सामग्री के अव्यवस्थित भंडारण और सुरक्षा मानकों की अनदेखी ने इस दुर्घटना को आमंत्रित किया। जनता ने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।

प्रशासन से कार्रवाई की उम्मीद

हादसे के बाद स्थानीय प्रशासन पर दबाव बढ़ गया है। व्यापारियों और नागरिकों ने जिला प्रशासन से ठेकेदार के खिलाफ कठोर कार्रवाई और प्रभावित लोगों को उचित मुआवजे की मांग की है। साथ ही, निर्माण कार्य की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों की जांच के लिए एक स्वतंत्र समिति गठित करने की भी मांग उठ रही है। जनता का कहना है कि ऐसी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस उपाय जरूरी हैं।

Report By:
Monika