Aug 2, 2025
सीहोर को 2000 करोड़ की सौगात: CM डॉ. मोहन यादव ने बदली औद्योगिक तस्वीर
मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में औद्योगिक क्रांति की नई शुरुआत हुई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 2 अगस्त को बड़ियाखेड़ी इंडस्ट्रियल एरिया में 4 औद्योगिक इकाइयों का भूमिपूजन किया और 6 इकाइयों को आशय पत्र सौंपे। 2000 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों से सीहोर की सूरत बदलने वाली है। इससे हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा और क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा। CM ने इसे बदलते मध्यप्रदेश का प्रतीक बताया।
सीहोर में औद्योगिक क्रांति की शुरुआत
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सीहोर बदलते दौर का साक्षी बन रहा है। 2000 करोड़ के निवेश से न केवल उद्योग स्थापित होंगे, बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार उद्योग और रोजगार के लिए संकल्पित है। शनिवार को शुरू हुआ यह कार्य शनिदेव की कृपा से कभी बंद नहीं होगा।” भोपाल और इंदौर को मेट्रोपॉलिटन सिटी बनाने की योजना में सीहोर अहम भूमिका निभाएगा।
किसानों और युवाओं के लिए नई राह
CM ने कहा कि फूड इंडस्ट्री के विकास से किसानों की फसलों को बेहतर दाम मिलेंगे। केन-बेतवा परियोजना से सीहोर को सिंचाई का लाभ मिलेगा, जिससे कृषि उत्पादन बढ़ेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि युवाओं को अब रोजगार के लिए राज्य से बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सरकार उद्योगों को बिजली, पानी और सब्सिडी के साथ-साथ पुरुषों को 5000 और महिलाओं को 6000 रुपये मासिक सहायता देगी।
मध्यप्रदेश बनेगा नंबर-1
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की वैश्विक छवि को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश अब “सोने की चिड़िया” नहीं, बल्कि “सोने का बाघ” बनने को तैयार है। राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने बताया कि 1 करोड़ 9 लाख किसानों के लंबित मामले निपटाए गए और 42 लाख लोगों को पट्टे बांटे गए। सीहोर की प्रभारी मंत्री कृष्णा गौर ने निवेशकों से मध्यप्रदेश के विकास में योगदान देने की अपील की।
निवेशकों के लिए रेड कार्पेट
CM डॉ. यादव ने निवेशकों के लिए हर संभव सुविधा का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में उद्योग मंदिरों की तरह स्थापित किए जा रहे हैं। निवेशकों को भारी सब्सिडी और सहूलियतें दी जाएंगी, ताकि प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों को छू सके।