Oct 14, 2025
जम्मू-कश्मीर: कुपवाड़ा में LoC पर घुसपैठ नाकाम, सेना ने दो आतंकियों को मार गिराया
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान समर्थित आतंकियों की घुसपैठ की बड़ी कोशिश को भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। मंगलवार को माचिल सेक्टर में संदिग्ध गतिविधि देखते ही जवानों ने संयुक्त अभियान चलाया, जिसमें दो आतंकियों को ढेर कर दिया गया। गोलीबारी में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए। शीतकालीन बर्फबारी से पहले ऐसी कोशिशें बढ़ रही हैं, जहां PoK से लॉन्च पैड्स पर 100 के करीब आतंकी इंतजार कर रहे हैं। सेना और जेकेएसओजी की सतर्कता ने इस खतरे को विफल किया।
घुसपैठ की कोशिश और एनकाउंटर का विवरण
13 अक्टूबर 2025 को जेकेएसओजी की खुफिया जानकारी पर माचिल सेक्टर में संयुक्त ऑपरेशन शुरू हुआ। सतर्क सैनिकों ने LoC पर संदिग्ध हलचल देखी और चुनौती दी। आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की, लेकिन जवानों ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए दो को मार गिराया। ऑपरेशन अभी जारी है, जिसमें अतिरिक्त आतंकियों की तलाश हो रही है। अधिकारियों ने बताया कि घुसपैठिए PoK से पहाड़ी दर्रों के बंद होने से पहले घुसने की फिराक में थे। LoC पर 24/7 निगरानी से ऐसी साजिशें नाकाम हो रही हैं।
सुरक्षा चुनौतियां और सेना की रणनीति
जम्मू-कश्मीर में 740 किमी लंबी LoC (बारामूला, कुपवाड़ा, बांदीपोरा और जम्मू के हिस्सों में) और 240 किमी अंतरराष्ट्रीय सीमा (जम्मू, सांबा, कठुआ में) पर सेना, बीएसएफ और जेकेएसओजी सक्रिय हैं। PoK से ड्रोन के जरिए हथियार, ड्रग्स और नकदी भेजी जा रही है, जिसके खिलाफ एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात हैं। शीतकाल में दर्रे बंद होने से पहले घुसपैठ बढ़ रही है। सेना आतंकवाद-रोधी अभियान चला रही है, जिसमें ओजीडब्ल्यू और समर्थकों को निशाना बनाया जा रहा है।
निगरानी और भविष्य की तैयारी
सेना की सतर्कता से LoC सुरक्षित है, लेकिन ड्रोन खतरे से निपटने के लिए विशेष उपकरण लगाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों में सतर्कता बरतने की सलाह दी। यह घटना दर्शाती है कि सुरक्षा बलों की तत्परता से आतंकवाद को कुचला जा रहा है।