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रायपुरः स्मार्ट सिटी की रैकिंग में पिछड़ा रायपुर, 44वें पायदान से उतर कर 66वें पायदान पर पहुंचा  

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Jun 23, 2019

हेमन्त शर्मा- स्मार्ट सिटी की रैकिंग में रायपुर फिर पिछड़ गया है। रायपुर के साथ-साथ दो और स्मार्ट सिटी नया रायपुर और बिलासपुर भी रैकिंग में काफी नीचे चले गए हैं। इस बार रायपुर को कामकाज के आधार पर 42.89 अंक मिले हैं। पिछले साल की रैकिंग की तुलना में रायपुर 22 पायदान नीचे 66वें नंबर पर आ गया है, जबकि पिछले साल उसकी रैकिंग 44वें पायदान पर थी। वहीं नया रायपुर इस बार 78 और बिलासपुर की रैकिंग 79वें स्थान पर है। रैकिंग में सबसे टॉप पर अहमदाबाद आया है। रायपुर की रैकिंग में पिछड़ने की वजह, काम पूरे न होना और प्रोजेक्ट में लेटलतीफी को माना जा रहा है।

पिछड़ने का कारण मेयर प्रमोद दुबे ने पिछली सरकार की योजनाओं को माना

वहीं रैकिंग में रायपुर के पिछड़ने का कारण मेयर प्रमोद दुबे ने पिछली सरकार की योजनाओं को माना है। उन्होंने कहा कि इस बार तो 6 महीने आचार संहिता लगी रही। उसके कारण जो टेंडर प्रोसेस था, वह टेंडर प्रोसेस नहीं हो पाया। पिछली सरकार के समय में जिन योजनाओं की आवश्यकता नहीं थी, उन योजनाओं को बनाकर यहां काम करने का प्रयास किया गया था। जब हमने उसको रिव्यू किया तो यह पाया कि 400 करोड़ का स्मार्ट रोड बनाना था, वह स्मार्ट रोड जिन-जिन जगहों को बनाया गया था, शारदा चौक रामसागर पारा, तो वहां काम करना संभव नहीं था और ऊपर से तीन-तीन फुट दोनों तरफ प्लेटफार्म बना देते, तो रोड वैसे ही खत्म हो जाता। इस प्रकार की बिना मतलब की योजनाएं होती है जिससे किसी व्यक्ति को फायदा नहीं होता। उन योजनाओं को हमने रिव्यू किया और उसके बदले में जो नाले हो सकते थे, जो पानी निकासी के लिए हो सकते हैं, लोगों की जरूरत की जो चीजें हो सकती हैं, उसके अनुसार हमने प्रोजेक्ट बनाकर काम करना शुरू किया है।

मेयर प्रमोद दुबे ने भरोसा जताते हुए कहा कि इस साल हमें विश्वास है जो रैंकिंग आएगी, उसमें रायपुर शहर काफी ऊपर पायदान पर इसलिए रहेगा क्योंकि मौजूदा सरकार को काम करते दो-तीन महीने ही हुए हैं। अब हमने सारे प्रोजेक्ट की योजनाबद्ध तरीके से व्यवस्थित काम करने का निर्णय लिया है।