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Mandsaur Lok Sabha Constituency सुधीर गुप्ता के सामने दिलीप गुर्जर, कौन किस वोट बैंक में लगाएगा सेंध? जानिए

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Apr 15, 2024

Mandsaur lok sabha election : लोकसभा चुनाव 2024 के लिए राजनीतिक दलों ने हूंकार भर ली है ऐसे में इस बार कांग्रेस ने मंदसौर से दिलीप सिंह गुर्जर को मैदान में उतारा है जबकि यहां मौजूदा सांसद सुधीर गुप्ता को भाजपा ने फिर मैदान में उतारा है. ऐसे में यहां का मुकाबला अब दिलचस्प हो गया है क्योकि गुर्जर नागदा-खाचरोद विधानसभा क्षेत्र से 4 बार विधायक रह चूके है जबकि भाजपा ने तीसरी बार सुधीर गुप्ता पर भरोसा जताया है.

मंदसौर में कब होगा मतदान ?

मध्य प्रदेश में चार चरणों में चुनाव होंगे. पहले चरण में 19 अप्रैल को सिधी, शडोल, जबलपुर, मंडला, छिंदवाड़ा और बालाघाट में चुनाव होंगे. दूसरे चरण में 26 अप्रैल को दीगमगढ़, थामो, खजुराहो, सतना, रीवा, होशंगाबाद और बैतूल में चुनाव होंगे. तीसरे चरण में 7 मई को मुरैना, बिंद, ग्वालियर, गुना, राजगढ़, सागर, विदिशा और भोपाल में चुनाव होंगे. चौथे चरण में 13 मई को देवास, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, धार, खरगोन, खंडवा और इंदौर में चुनाव होंगे. 

तीसरी बार मैदान में सुधीर गुप्ता

बीजेपी ने मंदसौर से सांसद सुधीर गुप्ता को लगातार तीसरी बार अपना उम्मीदवार बनाया है. दो चुनाव जीत चुके गुप्ता अब हैट्रिक लगाएंगे. वह मंदसौर संसदीय क्षेत्र के 73 साल के इतिहास में लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ने वाले दूसरे उम्मीदवार हैं. गुप्ता से पहले डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडे ही ऐसे नेता थे, जिन्होंने कई बार चुनाव लड़ा.

सुधीर गुप्ता का राजनीतिक सफर ?

सुधीर गुप्ता. उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 2014 के लोकसभा चुनाव से की थी. उन्होंने अपने जीवन का पहला चुनाव लोकसभा का लड़ा. गुप्ता ने पहले चुनाव में कांग्रेस की मीनाक्षी नटराजन को 3 लाख वोटों के अंतर से हराया था. इसके बाद 2019 में भी यही जोड़ी मैदान में थी. सुधीर गुप्ता की जीत का अंतर 3.74 लाख वोटों तक पहुंच गया. अब बीजेपी ने गुप्ता को दोबारा तीसरी बार मैदान में उतारा है.

कौन है दिलीप सिंह गुर्जर ?

लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने मंदसौर से दिलीप सिंह गुर्जर को अपना उम्मीदवार बनाया है. दिलीप सिंह निवर्तमान सांसद सुधीर गुप्ता के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. जो दो बार यहां से चुनाव जित चूके है औऱ तिसरी बार फिर मैदान में हैं. जबकि कांग्रेस का मानना ​​है कि यह क्षेत्र ओबीसी वोटबैंक वाला है. यहां पर गुर्जरों का अच्छा वोट बैंक है. इसीलिए कांग्रेस ने दिलीप सिंह गुर्जर को लोकसभा सीट दे दी. दिलीप सिंह मंदसौर के मूल निवासी नहीं हैं. वह उज्जैन के रहने वाले हैं. मंदसौर लोकसभा क्षेत्र से सांसद का टिकट पाने से पहले नागदा-खाचरोद विधानसभा क्षेत्र से 4 बार विधायक रह चूके है लेकिन हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में हार गए थे.

 दिलीप सिंह गुर्जर का राजनीतिक सफर ?

दिलीप सिंह गुर्जर ने पहली बार 1985 में नागदा शासकीय महाविद्यालय के प्रथम छात्रसंघ अध्यक्ष का चुनाव जीता. फिर 1993 में 27 साल की उम्र में उन्होंने नागदा-खाचरोद विधानसभा चुनाव लड़ा. उन्होंने कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ा और बीजेपी विधायक को 5644 वोटों के अंतर से हराया. 2003 में दिलीप सिंह गुर्जर ने निर्दलीय चुनाव लड़ा. इस चुनाव में उन्होंने बीजेपी के लाल सिंह राणावत को 14429 वोटों से और कांग्रेस के रणछोड़लाल आंजना को 20000 वोटों से हराया. 2008 में उन्होंने फिर से कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ा. उन्होंने 9892 वोटों के अंतर से जीत हासिल की. इसके बाद 2018 में कांग्रेस ने उन्हें मैदान में उतारा. यह चुनाव भी गुर्जर ने 5139 वोटों के अंतर से जीता.

मंदसौरलोकसभा का जातीय समीकरण

मंदसौर संसदीय क्षेत्र में 8 विधानसभा है. मंदसौर, मल्हारगढ़, सुवासरा, गरोठ, नीमच, मनासा, जावद, जावरा. यहां कुल मतदाता 18,72,135 हैं. जबकि पुरुष मतदाता 9,47,244 और महिला मतदाता 9,24,874 हैं. यहां की आबादी में 88% हिंदू हैं. वहीं, मुस्लिम 9%, एससी 16.78% और एसटी 5.36% हैं. मंदसौर की 75.49% आबादी ग्रामीण है.

मंदसौरलोकसभा  का इतिहास क्या है ?

मंदसौर संसदीय क्षेत्र बीजेपी का गढ़ रहा है. मंदसौर संसदीय सीट आने के बाद से कांग्रेस केवल चार बार ही जीत सकी है. मंदसौर संसदीय क्षेत्र से बीजेपी के डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडे आठ बार सांसद रहे हैं. पांडे की जीत का सिलसिला 2009 में समाप्त हो गया जब कांग्रेस ने मीनाक्षी नटराजन को मैदान में उतारा। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर का मंत्र काम आया और बीजेपी के सुधीर गुप्ता ने कांग्रेस से दोबारा सीट जीत ली. दोनों बार उनकी जीत का अंतर तीन लाख से ज्यादा रहा.2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने लगातार तीसरी बार सांसद सुधीर गुप्ता पर भरोसा जताया है. और उम्मीदवार घोषित किया

·         कैलाशनाथ काटजू 1951- कांग्रेस

·         माणकभाई अग्रवाल 1957- कांग्रेस

·         उमाशंकर त्रिवेदी 1962- भारतीय जन संगम

·         स्वाति सिंह कोठारी 1967- भारतीय जन संगम

·         डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडे 1971 में भारतीय जनसंघ, 1977 में भारतीय लोकथलम 1989, 1991, 1996, 1998, 1999, 2004 बीजेपी से

·         पंवरलाल नाहड़ा 1980 - कांग्रेस

·         बालकवि बैराकी 1984 - कांग्रेस

·         मीनाक्षी नटराजन 2009- कांग्रेस

·         सुधीर गुप्ता 2014 से अब तक दूसरी बार +भाजपा से सांसद हैं.

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Author
Vikas malviya