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बीजापुर में माओवादियों को बड़ा झटका: भैरमगढ़ एरिया कमेटी इंचार्ज कमलू कल करेगा सरेंडर

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Oct 28, 2025

बीजापुर में माओवादियों को बड़ा झटका: भैरमगढ़ एरिया कमेटी इंचार्ज कमलू कल करेगा सरेंडर

नवीन मोरला,बीजापुर: जगदलपुर, 28 अक्टूबर 2025 – छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में नक्सल संगठन को एक और महत्वपूर्ण झटका लगने वाला है। भैरमगढ़ एरिया कमेटी के इंचार्ज और डिवीजनल कमेटी मेंबर (DVCM) कमलू कल आत्मसमर्पण करने की तैयारी में है। वह वेस्ट बस्तर डिवीजन जनताना सरकार के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं। सुरक्षाबलों के दबाव के कारण संगठन छोड़ने का यह फैसला नक्सलियों की कमजोर होती रीढ़ को दर्शाता है।

कमलू का आत्मसमर्पण जगदलपुर में

कमलू को आज बीजापुर से जगदलपुर लाया जा रहा है, जहां वह बस्तर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) सुंदरराज पी के समक्ष सरेंडर करेगा। कल डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) के जवानों के साथ वह जांगला थाना क्षेत्र में पहुंचा था। प्रारंभ में बीजापुर के पुलिस अधीक्षक के सामने आत्मसमर्पण की संभावना जताई गई थी, लेकिन अब इसे जगदलपुर स्थानांतरित कर दिया गया है। पुलिस पार्टी के साथ वह बीजापुर से प्रस्थान कर चुका है। आत्मसमर्पण के बाद कमलू को मुख्यधारा में लाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

लंबे समय से नक्सली गतिविधियों में सक्रिय

कमलू बीजापुर जिले के मिरतुर, भैरमगढ़, जांगला और कुटरू जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में करीब 20 वर्षों से अधिक समय से नक्सल संगठन का सक्रिय सदस्य रहा है। वह कई प्रमुख नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोपी है, जिनमें सुरक्षाबलों पर हमले और अन्य हिंसक कार्रवाइयां शुमार हैं। संगठन में ऊंचे पद पर रहते हुए उसने भैरमगढ़ एरिया कमेटी का नेतृत्व किया और डिवीजनल स्तर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हाल के वर्षों में सुरक्षाबलों की सघन कार्रवाई और विकास योजनाओं के प्रभाव से कई नक्सली कमजोर पड़ रहे हैं। कमलू का सरेंडर इसी श्रृंखला का हिस्सा है।

सुरक्षाबलों की रणनीति कारगर साबित

बस्तर क्षेत्र में नक्सल प्रभाव को कम करने के लिए चलाई जा रही अभियान सफल सिद्ध हो रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में दर्जनों नक्सली सरेंडर कर चुके हैं, जो संगठन की आंतरिक कलह और बाहरी दबाव को उजागर करता है। कमलू जैसे वरिष्ठ सदस्यों का आत्मसमर्पण न केवल संगठन को कमजोर करेगा, बल्कि अन्य सदस्यों के लिए भी प्रेरणा का काम करेगा। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि यह कदम क्षेत्र में शांति स्थापना की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। सरेंडर के बाद कमलू को पुनर्वास योजना के तहत सहायता प्रदान की जाएगी, जिसमें प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर शामिल हैं।

Report By:
Monika