Feb 8, 2024
MP BOARD CLASS 12 ENGLISH EXAM: एमपी बोर्ड भोपाल द्वारा आयोजित 12वीं की अंग्रेजी की परीक्षा के दौरान लगभग एक दर्जन टीचर्स को सर्किट हाउस में नजर बंद करके रखा गया। जिसके चलते नजर बंद किए गए सभी टीचर्स में आक्रोश की लहर है। उनका कहना है कि, यह उनका अपमान है हालांकि, मामले में भिंड कलेक्टर का कहना है कि किसी भी टीचर को नजर बंद नहीं किया गया ।
मध्यप्रदेश में 12वीं की परीक्षाएं जारी है, इसी बीच गुरूवार को अंग्रेजी की परीक्षा के दौरान अंग्रेजी के प्राईवेट टीचरों को सर्किट हाउस में नजरबंद करके रखा गया। दरअसल जब माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल की ओर से अंग्रेजी का पेपर आयोजित किया गया था तब भिंड शहर में इंगलिश कोचिंग को संचालित करने वाले करीब एक दर्जन शिक्षकों को ब्लाक ऐजुकेशन ऑफिसर के कार्यालय फोन पहुंचा और इन शिक्षकों को सर्किट हाउस पहुंचने के लिए कहा गया। शिक्षक जब सर्किट हाउस पहुंचे तो उन सभी को एक रूम में बिठा दिया गया और उन्हें नजरबंद कर दिया गया।
मामले को लेकर इंग्लिश टीचर नितिन दीक्षित ने कहा कि नकल से बचने के लिए प्रशासन ने उन्हें सर्किट हाउस में बंद किया था। उन्होंने कहा कि नकल से बचने के लिए प्रशासन ने उन्हें यहां रखा है। नितिन दीक्षित ने कहा कि अगर प्रशासन चाहता तो इन सभी प्राइवेट शिक्षकों को कहीं भी काम में लिया जा सकता था, लेकिन प्रशासन ने ऐसा न करके उन्हें यहां डाल दिया है, जो न सिर्फ उनके लिए शर्मनाक है, बल्कि उनके लिए अपमानजनक भी है. यह भी अपमान है. नितिन दीक्षित ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम से समाज में उनका सम्मान भी खराब हो रहा है. नजरबंद शिक्षकों में से एक आदित्य चौहान ने बताया कि उन्हें खंड शिक्षा कार्यालय से फोन आया, जिसके बाद वे सभी सर्किट हाउस पहुंचे.
कलेक्टर ने हाउस अरेस्ट की बात को किया खारिज
मामले को लेकर जब भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव से कैमरे पर बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने इनकार कर दिया, लेकिन सांसद से फोन पर हुई बातचीत में कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षकों की उपेक्षा की जा रही है. उन्होंने ऐसा नहीं किया, बल्कि उन्हें बैठक में बुलाया गया. जब कलेक्टर से पूछा गया कि परीक्षा के समय बैठक क्यों बुलाई गई तो कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव उचित जवाब नहीं दे सके.