Nov 11, 2025
मंडला गांव में हाथियों का कहर, ठंड में तबाह हुए गरीबों के आशियाने
अमित चौरसिया, मण्डला : कान्हानेशनल पार्क के आसपास के इलाकों में हाथियों का आतंक एक बार फिर सामने आया है। मंडला जिले के एक गांव में घुसे हाथियों के झुंड ने कई मकानों को तोड़कर तहस-नहस कर दिया, जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई।
सूरजपुरा में हाथियों का हमला
मवई विकास खंड केसूरजपुरा ग्राम पंचायत के पोसक ग्राम बिलाई खार में रात के समय हाथियों का एक झुंड गांव में घुस गया। हाथियों ने दो से तीन मकानों को पूरी तरह से तोड़ डाला और घरों के अंदर रखा राशन भी खा गए। घटना के समय मकानों के अंदर सो रहे छोटे-छोटे बच्चे और उनके परिवार वाले बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाकर भागने में सफल हुए।
ग्रामीणों का आरोप, वन विभाग की भूमिका पर सवाल
ग्रामीणोंने बताया कि जब वे हल्ला करके हाथियों को भगाने की कोशिश कर रहे थे, तब मौजूद वन विभाग के कर्मचारियों ने उन्हें रोक दिया और कहा कि मकान तोड़ने दो, शोर मत मचाओ। ग्रामीण बसंता बाई ने कहा, "हाथियों ने सब कुछ तबाह कर दिया, अब हम इस ठंड में कहां जाएं?" एक अन्य ग्रामीण राम कुमार धुर्वे ने कहा, "वन विभाग ने हमें मदद के बजाय रोका, यह सही नहीं है।"
वन विभाग का रुख और मुआवजे का मामला
वन विभाग केअनुसार, हाथियों का रुख दिन में गांवों की ओर और रात में फेन नदी के पास रहता है। विभाग ने ग्रामीणों को हाथियों के पास जाने या उन्हें छेड़ने से मना किया है। विभाग मुआवजा देने की बात कर रहा है, लेकिन ठंड के मौसम में बेघर हुए ग्रामीणों के लिए यह मदद नाकाफी साबित होगी।







