Jul 1, 2025
कान्हा टाइगर रिजर्व के कोर जोन का गेट बंद, पर्यटकों को 3 महीने का इंतजार
अमित चौरासिया : मध्य प्रदेश का विश्व प्रसिद्ध कान्हा टाइगर रिजर्व अपने मनोरम दृश्यों और समृद्ध वन्यजीवों के लिए जाना जाता है। इस वर्ष 2,58,000 देसी और 25,000 विदेशी पर्यटकों ने इस राष्ट्रीय उद्यान का भ्रमण किया। लेकिन अब पर्यटकों को कोर जोन में प्रवेश के लिए 3 महीने इंतजार करना होगा, क्योंकि वर्षाकाल के कारण कोर जोन का गेट 1 जुलाई से बंद कर दिया गया है। यह गेट अब 1 अक्टूबर को ही पर्यटकों के लिए खुलेगा। इस दौरान कोर जोन में पर्यटकों का प्रवेश पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा, ताकि वन्यजीव स्वच्छंद विचरण कर सकें और बाघों का प्रजनन निर्बाध हो। हालांकि, बफर जोन और रात्रि भ्रमण की सुविधा खटिया, मुक्की और सरही गेट से निरंतर उपलब्ध रहेगी। यह कदम कान्हा के प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखने और वन्यजीवों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
निर्णय के प्रमुख पहलू , कोर जोन में प्रवेश पर रोक
वर्षाकाल के दौरान कोर जोन में पर्यटकों का प्रवेश बंद कर दिया गया है। बारिश के कारण जंगल में पानी का भराव और कीचड़ भरे रास्ते पर्यटकों के लिए असुरक्षित हो जाते हैं। साथ ही, इस दौरान वन्यजीवों, विशेषकर बाघों को प्रजनन और स्वच्छंद विचरण के लिए शांत वातावरण की आवश्यकता होती है। इसलिए कोर जोन को 3 महीने के लिए बंद किया गया है।
बफर जोन और रात्रि भ्रमण की सुविधा
कान्हा टाइगर रिजर्व के बफर जोन में पर्यटक भ्रमण जारी रख सकते हैं। खटिया, मुक्की और सरही गेट से रात्रि भ्रमण की सुविधा उपलब्ध रहेगी। यह पर्यटकों को वन्यजीवों का दीदार करने का अवसर प्रदान करेगा, हालांकि कोर जोन का अनुभव अलग होगा।पर्यटकों की संख्या और महत्वइस वर्ष कान्हा टाइगर रिजर्व में 2,58,000 देसी और 25,000 विदेशी पर्यटकों ने भ्रमण किया, जो इसकी वैश्विक लोकप्रियता को दर्शाता है। बाघों के दीदार के लिए देश-विदेश से पर्यटक यहां खींचे चले आते हैं। कोर जोन के दोबारा खुलने पर पर्यटकों की भीड़ फिर से उमड़ने की उम्मीद है।
प्रकृति और वन्यजीवों की सुरक्षा
कोर जोन को बंद करने का मुख्य उद्देश्य वन्यजीवों की सुरक्षा और प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखना है। वर्षाकाल में बाघों का प्रजनन और जंगल का पारिस्थितिकी तंत्र संवेदनशील होता है। इस अवधि में मानवीय हस्तक्षेप को कम करने से वन्यजीवों को लाभ होगा।