Jun 27, 2025
मध्यप्रदेश में बारिश का कहर: 44 जिलों में रेड अलर्ट, अगले 5 दिन भारी बारिश की चेतावनी
इंट्रो: मध्यप्रदेश में मानसून ने पूरे जोर पकड़ लिया है, और मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक प्रदेश के 44 जिलों में भारी से अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, हरदा, ग्वालियर, अशोकनगर, दतिया, सीहोर, रीवा, सिंगरौली, टीकमगढ़, और निवाड़ी सहित कई जिलों में बिजली और तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश की संभावना जताई गई है। बीते 24 घंटों में आष्टा और रेहटी में भारी बारिश से जलभराव की स्थिति बन गई, और मौसम वैज्ञानिकों ने अगले कुछ दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की चेतावनी दी है।
मध्यप्रदेश में बारिश का तांडव
मध्यप्रदेश में दक्षिण-पश्चिम मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। मौसम विभाग के अनुसार, एक ट्रफ लाइन और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम के कारण प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। बीते 24 घंटों में सीहोर जिले में 20.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई, जिसमें आष्टा में 89.0 मिमी और रेहटी में 53.0 मिमी बारिश हुई। बुदनी, इछावर, और श्यामपुर में भी हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। इस बारिश ने निचली बस्तियों में जलभराव की स्थिति पैदा कर दी, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है।
इन जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, हरदा, ग्वालियर, अशोकनगर, दतिया, सीहोर, रीवा, सिंगरौली, टीकमगढ़, और निवाड़ी में अगले दो दिनों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में बिजली और तेज हवाओं के साथ अति भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा, भिंड, गुना, राजगढ़, शाजापुर, भोपाल, विदिशा, रायसेन, देवास, इंदौर, बैतूल, सागर, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, छतरपुर, पन्ना, सतना, मैहर, मऊगंज, सीधी, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, खंडवा, आगर-मालवा, धार, अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, रतलाम, खरगोन, और नीमच में भी भारी बारिश का येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
बारिश का आंकड़ा और प्रभाव
अधीक्षक भू-अभिलेख के अनुसार, 1 जून से 26 जून 2025 तक सीहोर जिले में 138.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई, जो पिछले साल की समान अवधि (110.7 मिमी) से अधिक है। वर्षामापी केंद्रों पर बुदनी में 230.0 मिमी, रेहटी में 197.0 मिमी, और आष्टा में 147.0 मिमी बारिश दर्ज की गई। भारी बारिश के कारण कई इलाकों में सड़कें और निचली बस्तियां पानी में डूब गईं। भोपाल, इंदौर, और जबलपुर जैसे बड़े शहरों में भी बारिश का असर देखा गया, जहां सड़कों पर पानी भरने से यातायात प्रभावित हुआ।
मौसम वैज्ञानिकों की चेतावनी
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदेश में बारिश का यह सिलसिला अगले पांच दिनों तक जारी रहेगा। एक सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन और ट्रफ लाइन के कारण बारिश की तीव्रता बढ़ रही है। विशेष रूप से ग्वालियर-चंबल और सागर संभाग में अति भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने नागरिकों से नदी-नालों के पास न जाने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है। स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टियों की घोषणा की जा सकती है, और प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू कर दिए हैं।
जनजीवन पर असर और सावधानियां
भारी बारिश के कारण मध्यप्रदेश के कई जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। निचले इलाकों में जलभराव, सड़कों पर पेड़ गिरने, और बिजली आपूर्ति बाधित होने की खबरें सामने आई हैं। मऊगंज, खरगोन, और बालाघाट जैसे जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है। प्रशासन ने NDRF और SDRF की टीमें तैनात की हैं, और प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर स्थापित किए जा रहे हैं।