May 5, 2025
एमपी के रेलवे स्टेशन होंगे हाईटेक और ग्रीन ! खजुराहो-टीकमगढ़ समेत 19 स्टेशनों पर लगेंगे सोलर प्लांट, रेलवे बनेगा ऊर्जा आत्मनिर्भर
मध्यप्रदेश के रेलवे स्टेशनों की तस्वीर जल्द बदलने वाली है। उत्तर मध्य रेलवे (NCR) ने खजुराहो और टीकमगढ़ समेत एमपी के 19 रेलवे स्टेशनों को आधुनिक और हरित ऊर्जा से लैस करने की तैयारी शुरू कर दी है। योजना ये है कि ये स्टेशन अब पारंपरिक बिजली पर निर्भर नहीं रहेंगे, बल्कि 100% सौर ऊर्जा से अपनी जरूरतें पूरी करेंगे।
स्टेशन बनेंगे पूरी तरह ऊर्जा आत्मनिर्भर
रेलवे के बिजली विभाग ने एक रणनीतिक योजना तैयार की है, जिसके तहत खजुराहो और टीकमगढ़ जैसे पर्यटन और क्षेत्रीय महत्व वाले स्टेशन सोलर एनर्जी पर चलेंगे। यह कदम रेलवे को आर्थिक रूप से भी मजबूत बनाएगा और पर्यावरण संरक्षण में भी मददगार साबित होगा।
‘ज़ीरो एनर्जी’ का मिलेगा सर्टिफिकेट
रेलवे की इस पहल को भारत सरकार के ऊर्जा संरक्षण ब्यूरो (BEE) से भी समर्थन मिला है। जिन भवनों की ऊर्जा खपत शून्य हो जाती है, उन्हें 'नेट ज़ीरो' और जो अतिरिक्त ऊर्जा बनाते हैं, उन्हें 'नेट ज़ीरो-प्लस' सर्टिफिकेट दिया जाता है।
12.7 मेगावॉट से करोड़ों की बचत
एनसीआर ने अब तक 12.7 मेगावॉट के सौर संयंत्र लगाकर 11.87 मिलियन यूनिट स्वच्छ बिजली का उत्पादन किया है। इससे न सिर्फ 5.34 करोड़ रुपये की बचत हुई, बल्कि करीब 10 हजार मीट्रिक टन कार्बन उत्सर्जन भी रोका गया है।
अब और बड़े लक्ष्य की ओर
रेलवे का लक्ष्य जून 2025 तक 17.84 मेगावॉट अतिरिक्त सौर संयंत्र लगाना है। इससे हर साल 32.3 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन और लगभग 15 करोड़ रुपये की बचत होगी। साथ ही 27 हजार टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।