Aug 8, 2025
रक्षाबंधन 2025: उज्जैन में बाबा महाकाल को बंधेगी पहली राखी, सवा लाख लड्डूओं का लगेगा भोग
9 अगस्त 2025 को देशभर में रक्षाबंधन का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 5:47 बजे से दोपहर 1:24 बजे तक रहेगा। सनातन हिंदू परंपरा में सभी पर्वों की शुरुआत उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर से होती है। इस बार भी रक्षाबंधन की पहली राखी बाबा महाकाल को अर्पित की जाएगी, जिसके बाद देश-दुनिया में यह पर्व मनाया जाएगा।
महाकाल मंदिर में रक्षाबंधन की परंपरा
श्रावण मास की पूर्णिमा, जो 9 अगस्त को है, रक्षाबंधन के रूप में मनाई जाएगी। इस दिन तड़के भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल को पहली राखी बांधी जाएगी। मंदिर के पुजारियों के अनुसार, यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। इस अवसर पर भगवान को सवा लाख लड्डूओं का भोग लगाया जाएगा, जिसे बाद में श्रद्धालुओं में प्रसाद के रूप में वितरित किया जाएगा। मंदिर को फूलों से सजाया जाएगा, जिससे गर्भगृह और नंदी हॉल की शोभा बढ़ेगी।
लड्डूओं का भोग और तैयारियां
रक्षाबंधन के लिए सवा लाख लड्डूओं का निर्माण शुरू हो चुका है। ये लड्डू शुद्ध घी, बेसन, शक्कर और ड्रायफ्रूट्स से बनाए जा रहे हैं। मंगलवार को भट्टी पूजन के बाद लड्डू बनाने का कार्य शुरू हुआ। यह भोग पुजारी परिवार की ओर से भगवान महाकाल को अर्पित किया जाता है। मंदिर के पुजारी प्रतिनिधि ने बताया कि यह परंपरा लंबे समय से निभाई जा रही है और हर साल श्रद्धालु इस पर्व में शामिल होते हैं।
रक्षाबंधन का महत्व
रक्षाबंधन भाई-बहन के प्रेम और रक्षा के बंधन का प्रतीक है। उज्जैन में इस पर्व की शुरुआत भगवान महाकाल के आशीर्वाद से होती है। महाकाल मंदिर में राखी और भोग अर्पित करने के बाद यह पर्व पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस अवसर पर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।