May 11, 2025
बुद्ध पूर्णिमा 2025: MP की इन पवित्र नदियों में चुपचाप करें स्नान, कट जाएंगे सारे पाप
वैशाख पूर्णिमा, यानी बुद्ध पूर्णिमा का दिन सिर्फ बौद्ध धर्म ही नहीं, हिंदू धर्म में भी बेहद खास माना गया है। 12 मई 2025 को मनाई जाने वाली बुद्ध पूर्णिमा पर अगर आप मध्य प्रदेश की पवित्र नदियों में स्नान करते हैं, तो शास्त्रों के अनुसार आपके सारे पाप कट सकते हैं और पितृदोष से भी मुक्ति मिल सकती है। आइए जानते हैं वे प्रमुख नदियां, जहां चुपचाप जाकर स्नान करना पुण्यकारी माना जाता है।
शिप्रा नदी – उज्जैन का पुण्यस्नान केंद्र
उज्जैन की शिप्रा नदी का स्नान वैशाख पूर्णिमा पर बेहद शुभ माना जाता है। हजारों श्रद्धालु इस दिन यहां स्नान, दीपदान और दान-पुण्य करने के लिए पहुंचते हैं। मान्यता है कि जो व्यक्ति यहां स्नान करता है, उसके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं।
नर्मदा संगम – ओंकारेश्वर का दिव्य द्वीप
ओंकारेश्वर में नर्मदा और कावेरी नदी का संगम होता है, और यहीं स्थित है भगवान शिव का एक प्रमुख ज्योतिर्लिंग। बुद्ध पूर्णिमा पर इस संगम में स्नान से गंगा स्नान के बराबर फल मिलता है।
ताप्ती और सोन नदी – आत्मशुद्धि के स्रोत
मध्यप्रदेश की ताप्ती और सोन नदियां भी इस पावन दिन के लिए पवित्र मानी जाती हैं। यहां स्नान कर अगर आप जरूरतमंदों को वस्त्र, भोजन या धन का दान करते हैं, तो जीवन में सुख-समृद्धि और आध्यात्मिक शांति प्राप्त होती है।
बुद्ध का जन्म, ज्ञान और निर्वाण – तीनों इस दिन
बौद्ध ग्रंथों के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा पर ही भगवान गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था, उन्हें ज्ञान प्राप्त हुआ और उन्होंने महापरिनिर्वाण भी इसी दिन प्राप्त किया। यही कारण है कि यह दिन तीन गुना पवित्र माना गया है।