Dec 21, 2025
अटल शताब्दी स्मरण: उपराष्ट्रपति ने वाजपेयी को बताया राजनीति का सर्वोच्च आदर्श
इंदौर के डेली कॉलेज में आयोजित ‘शून्य से शतक: एक शताब्दी अटल भारत की’ कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और राज्यपाल मांगूभाई पटेल ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की। नेताओं ने अटल जी के सर्वसमावेशी व्यक्तित्व, कुशल नेतृत्व और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखने वाले सिद्धांतों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। यह आयोजन अटल जी की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में उनकी विचारधारा को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का प्रयास था।
उपराष्ट्रपति का संबोधन: राजनीति से ऊपर का व्यक्तित्व
उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने कहा कि भारतीय राजनीति में अटल जी जैसा नेता दुर्लभ है, जिसे सत्ता और विपक्ष दोनों से समान सम्मान मिला। उन्होंने अटल जी को लोकतांत्रिक मूल्यों और राष्ट्रीय एकता का जीवंत प्रतीक बताया। अटल जी ने विचारधारा से ऊपर उठकर राष्ट्र को प्राथमिकता दी, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए अनुकरणीय है।
मुख्यमंत्री यादव: जीवन मूल्य देंगे नई दिशा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अटल जी को बहुआयामी व्यक्तित्व का धनी बताया। वे कवि, पत्रकार, प्रचारक और कुशल वक्ता थे। आपातकाल में जेल जाना, 24 दलों की गठबंधन सरकार चलाना और पोखरण परमाणु परीक्षण जैसे साहसिक निर्णय उनके नेतृत्व की मिसाल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी के सिद्धांत युवाओं को सदैव प्रेरित करते रहेंगे।
राज्यपाल: राष्ट्रधर्म और समरसता के प्रतीक
राज्यपाल मांगूभाई पटेल ने अटल जी को विराट व्यक्तित्व का स्वामी बताते हुए कहा कि उन्होंने राजनीति में संवाद, समरसता और लोकतांत्रिक मर्यादाओं को मजबूत किया। उनका जीवन राष्ट्रधर्म की राह दिखाने वाला रहा।
अटल फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। आयोजकों ने संकल्प लिया कि अटल जी के विचारों को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा। (शब्द संख्या: 248)







