Sep 1, 2025
जबलपुर बैंक डकैती: बिहार के लुटेरों से 3 करोड़ का सोना बरामद, 15 करोड़ की लूट का खुलासा
अरविंद दुबे जबलपुर। मध्यप्रदेश के जबलपुर में हुई सनसनीखेज बैंक डकैती में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। बिहार के दो लुटेरों से 3 किलोग्राम सोना बरामद हुआ, जिसकी कीमत लगभग 3 करोड़ रुपये है। 11 अगस्त को हेलमेट पहने बदमाशों ने कट्टे की नोक पर 15 करोड़ का सोना और 5 लाख रुपये लूटे थे। पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया और बाकी की तलाश जारी है।
डकैती के मास्टरमाइंड की गिरफ्तारी
पुलिस ने बिहार के राजेश दास उर्फ आकाश दास और इंद्रजीत दास को गिरफ्तार किया, जिनमें आकाश दास को इस डकैती का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। इनके पास से 14.875 किलोग्राम लूटे गए सोने में से 3.112 किलोग्राम सोना बरामद हुआ। पूछताछ में आरोपियों ने डकैती में अपनी भूमिका स्वीकारी। मध्यप्रदेश पुलिस ने बिहार और झारखंड पुलिस के सहयोग से इन लुटेरों को गया जिले से पकड़ा।
डकैती की सनसनीखेज वारदात
11 अगस्त को जबलपुर के खितौला क्षेत्र में सुबह 8:50 बजे पाँच हेलमेटधारी बदमाशों ने बैंक में घुसकर 18 मिनट में 14.875 किलोग्राम सोना और 5.7 लाख रुपये नकद लूट लिए। बैंक में कोई सुरक्षा गार्ड नहीं था, जिसका फायदा लुटेरों ने उठाया। बदमाशों ने कर्मचारियों को कट्टे की नोक पर धमकाया और लॉकर से सोना लूटकर मोटरसाइकिल से फरार हो गए।
पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई
घटना के बाद पुलिस ने तुरंत जाँच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कई संदिग्धों को हिरासत में लिया। इससे पहले चार अन्य आरोपियों—रहीस लोधी, हेमराज सिंह, सोनू बर्मन और विकास चक्रवर्ती—को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस अब बाकी लुटेरों और शेष सोने की तलाश में छापेमारी कर रही है। इस सफलता ने पुलिस की सक्रियता को दर्शाया, लेकिन लूट का पूरा माल अभी बरामद नहीं हुआ है।
सियासी और सामाजिक प्रभाव
इस डकैती ने क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। बैंक में सुरक्षा गार्ड की अनुपस्थिति और कमजोर सुरक्षा इंतजामों ने लुटेरों का काम आसान किया। पुलिस का दावा है कि जल्द ही बाकी आरोपी भी पकड़े जाएँगे। यह घटना मध्यप्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी चर्चा का विषय बनी है, और पुलिस पर दबाव है कि शेष लूट का सामान जल्द बरामद किया जाए।