Sep 21, 2016
भोपाल। विद्यार्थियों को ऐसी ट्रेनिंग दें कि डिग्री मिलते ही उन्हें रोजगार मिल जाए। तकनीकी शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), स्कूल एवं श्रम राज्य मंत्री दीपक जोशी ने यह बात भोपाल-होशंगाबाद संभाग के आई.टी.आई. और पॉलीटेक्निक कॉलेजों के प्राचार्य की बैठक में कही। जोशी ने कहा कि आकस्मिक निरीक्षण में पायी गयी खामियों को दिसम्बर माह तक सुधार करने को कहां है। उन्होंने कहा कि उद्योगपतियों से सतत संवाद बनाये रखें। विद्यार्थियों से सामर्गी बनवायें और उसकी ब्रिकी करवायें। उन्होंने बैतूल कॉलेज के प्रचार्य द्वारा किये गये नवाचारों की सराहना की और उन्हें अनुकरणीय बताया। संस्थान में प्रतिष्टित विद्वानों के व्याख्यान करवायें। प्लेंसमेंट की जानकारी वेबसाइट में अपलोड करें। उन्होंने कहा कि खेलकूद और संस्कृतिक गतिविधियाँ भी करवायें। एन.एस.एस. और एन.सी.सी. से छात्रों को जोड़ें।
प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा कल्पना श्रीवास्तव ने कहा कि भवनों की साफ-सफाई करवायें। अनुपयोगी समग्री राइट ऑफ करें। फर्नीचर के लिए दिये गये बजट का उपयोग करें। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करें। संचालक कौशल विकास संजीव सिंह ने कहा कि ट्रेनिंग ऑफिसर को रिफ्रेशर कोर्स करवाया जायेगा। उन्होंने कहा कि फेल होने वाले छात्रों के फेल होने का कारण प्राचार्य के पास होना चाहिए। संचालक तकनीकी शिक्षा आशीष डोंगरे ने कहा कि जन-भागीदारी समिति के माध्यम से जरुरी कार्य करवाये जा सकते हैं।