Dec 14, 2025
छत्तीसगढ़ विधानसभा शीतकालीन सत्र: पहले दिन विपक्ष का बहिष्कार, विजन 2047 पर चर्चा शुरू
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र 14 दिसंबर 2025 से नवा रायपुर के नए विधानसभा भवन में शुरू हो गया है। यह सत्र राज्य गठन के 25 वर्ष पूरे होने के अवसर पर ऐतिहासिक है, क्योंकि पहली बार रविवार को सत्र आरंभ हुआ। पहले दिन 'छत्तीसगढ़ विजन 2047' पर चर्चा हुई, लेकिन कांग्रेस ने पूरी कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया।
सत्र की शुरुआत और ऐतिहासिक महत्व
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने सत्र की शुरुआत राज्य की 25 वर्षों की विकास यात्रा का जिक्र करते हुए की। नए भवन में आयोजित यह सत्र पूरी तरह पेपरलेस है और चार दिनों तक चलेगा। यह पहला मौका है जब विधानसभा का सत्र अपने नए आधुनिक भवन में हो रहा है, जो छत्तीसगढ़ की प्रगति का प्रतीक माना जा रहा है।
कांग्रेस का बहिष्कार और कारण
कांग्रेस ने पहले दिन की कार्यवाही का पूर्ण बहिष्कार किया। नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत ने कहा कि विजन 2047 में छत्तीसगढ़ के लिए कुछ खास नहीं है। यह दूरबीन से दिखाए गए सपने हैं, जिसमें राज्य की मिट्टी और बासी की खुशबू नहीं है। यह उद्योगपतियों के लिए बनाया गया दस्तावेज है, जबकि वर्तमान मुद्दों जैसे किसानों की समस्याएं, बेरोजगारी और कानून-व्यवस्था को नजरअंदाज किया गया है।
भाजपा का पलटवार
भाजपा नेताओं ने बहिष्कार को सदन की अवमानना बताया। वरिष्ठ विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि विपक्ष का यह कदम गलत है और जनता उन्हें बहिष्कृत करेगी। मंत्री ओपी चौधरी ने इसे केंद्रीय विस्टा के बहिष्कार से जोड़ा और कहा कि जनता ऐसे बहिष्कार करने वालों को बाहर रखेगी। उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने भी सवाल उठाया कि यह कैसी राजनीति है।
आगे की कार्यवाही
सत्र में अनुपूरक बजट, विभिन्न विधेयक और जन मुद्दों पर चर्चा होगी। कुल 628 प्रश्न प्राप्त हुए हैं। विजन 2047 पर सत्ता पक्ष की चर्चा जारी रही, जिसमें राज्य के भविष्य के विकास रोडमैप पर जोर दिया गया।








