Sep 19, 2025
CGPSC घोटाला: सीबीआई ने पूर्व अधिकारी आरती वासनिक समेत 5 आरोपियों को किया गिरफ्तार
राहुल अग्निहोत्री रायपुर : छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) भर्ती घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बड़ी कार्रवाई की है। पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक, रिटायर्ड आईएएस जीवनलाल ध्रुव, उनके बेटे सुमित ध्रुव, निशा कोसले और दीपा आदिल समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। यह घोटाला 2020-2022 की परीक्षाओं में चयन प्रक्रिया में हेराफेरी, पेपर लीक और नेपोटिज्म से जुड़ा है। गिरफ्तार आरोपियों को सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जा रहा है, जहां रिमांड की मांग की जा सकती है। जांच में योग्य अभ्यर्थियों के साथ धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी के सबूत मिले हैं।
गिरफ्तार आरोपियों का विवरण
गिरफ्तार लोगों में सीजीपीएससी की पूर्व परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक मुख्य आरोपी हैं, जिन पर परीक्षा प्रक्रिया में अनियमितताओं का आरोप है। रिटायर्ड आईएएस जीवनलाल ध्रुव आयोग के पूर्व सचिव रहे, जबकि उनके बेटे सुमित ध्रुव को डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित कराने में हेराफेरी का शक है। निशा कोसले और दीपा आदिल भी चयन सूची में फर्जीवाड़े में शामिल बताई जा रही हैं। सीबीआई ने रायपुर में छापेमारी कर दस्तावेज बरामद किए।
घोटाले की पृष्ठभूमि
यह घोटाला नेपोटिज्म पर आधारित है, जहां आयोग के अधिकारियों ने रिश्तेदारों और परिचितों को डिप्टी कलेक्टर, डिप्टी एसपी जैसे पदों पर चयनित कराया। पूर्व चेयरमैन तमन सिंह सोनवानी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। सीबीआई की जांच में रिश्वत के रूप में 45 लाख रुपये का भुगतान भी सामने आया है। इस कार्रवाई से 171 चयनित उम्मीदवारों की पड़ताल तेज हो गई है।