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मध्यप्रदेश में साइबर ठगी का कहर: 5 साल में 1054 करोड़ की लूट, सिर्फ 2 करोड़ लौटे

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Aug 5, 2025

मध्यप्रदेश में साइबर ठगी का कहर: 5 साल में 1054 करोड़ की लूट, सिर्फ 2 करोड़ लौटे

मध्यप्रदेश साइबर ठगों का आसान शिकार बन गया है। पिछले पांच सालों में 1054 करोड़ रुपये की ठगी के मामले सामने आए, लेकिन सिर्फ 1.94 करोड़ रुपये ही पीड़ितों को लौटाए गए। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विधानसभा में बताया कि 2020 से 2024 तक साइबर अपराध में कई गुना वृद्धि हुई। पुलिस ने 10% राशि ही होल्ड कर पाई, जबकि हजारों मामले अब भी लंबित हैं।

साइबर ठगी का बढ़ता दायरा:

मध्यप्रदेश में साइबर ठगी ने गंभीर रूप ले लिया है। 2021 से जुलाई 2025 तक 1054 करोड़ रुपये की ठगी हुई, जिसमें बैंकिंग फ्रॉड, फर्जी वेबसाइट्स, सोशल मीडिया, ई-कॉमर्स और ऑनलाइन गेमिंग जैसे माध्यम शामिल हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने विधानसभा में कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह के सवाल के जवाब में बताया कि 2020 से 2024 तक साइबर अपराध के मामलों में भारी बढ़ोतरी हुई। इस दौरान 2.48 लाख शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें 579 साइबर ठगी के मामले थे।

पुलिस की चुनौतियां और कम रिकवरी:

पुलिस के लिए साइबर ठगी से निपटना बड़ी चुनौती बना हुआ है। 2022 से जुलाई 2025 तक 3541 साइबर अपराध के केस दर्ज हुए, जिनमें से केवल 717 का समाधान हो सका। ठगी की 1054 करोड़ की राशि में से सिर्फ 105.21 करोड़ रुपये (10%) होल्ड किए गए, और पीड़ितों को मात्र 1.94 करोड़ रुपये (2%) लौटाए गए। सबसे ज्यादा निशाना युवाओं और वरिष्ठ नागरिकों को बनाया गया।

जागरूकता और तकनीकी उपाय:

भाजपा विधायक सिद्धार्थ तिवारी ने दावा किया कि सरकार साइबर ठगी पर अंकुश लगाने के लिए जागरूकता अभियान और नई तकनीक का उपयोग कर रही है। फिर भी, हजारों मामले लंबित हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि एक गलत क्लिक से अकाउंट खाली हो सकता है। लोगों को फर्जी लिंक्स और लालच देने वाले ऑफर्स से सावधान रहने की जरूरत है।

Report By:
Monika