Sep 16, 2025
पीएम मोदी का छत्तीसगढ़ दौरा: आदिवासी संग्रहालय का उद्घाटन, प्रदेश को मिलेंगी नई सौगातें
रायपुर, 16 सितंबर 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का छत्तीसगढ़ दौरा तय हो गया है। 31 अक्टूबर की शाम को वे रायपुर पहुंचेंगे और यहां विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने इसकी तैयारियों को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की है। इस दौरे से प्रदेशवासियों को कई सौगात मिलने की उम्मीद है।
बैठक में हुई विस्तृत चर्चा
मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष की बैठक में पीएम के दौरे की तैयारियों पर जोर दिया गया। बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि सभी व्यवस्थाएं समय पर पूरी हों। विशेष रूप से सुरक्षा, स्वागत और कार्यक्रम स्थलों की साफ-सफाई पर ध्यान केंद्रित किया गया। बैठक में यह भी तय किया गया कि दौरे के दौरान स्थानीय जनता को अधिक से अधिक भागीदारी का अवसर मिले। यह बैठक प्रदेश सरकार की सक्रियता को दर्शाती है, जो केंद्र के सहयोग से विकास को गति देना चाहती है। बैठक के बाद अधिकारियों ने विभिन्न विभागों के साथ समन्वय बैठकें शुरू कर दी हैं।
पीएम का रायपुर आगमन और कार्यक्रम
31 अक्टूबर की शाम को प्रधानमंत्री रायपुर एयरपोर्ट पर उतरेंगे। उनके स्वागत के लिए हाई-लेवल कमिटी गठित की गई है। अगले दिन सुबह वे मुख्य कार्यक्रम में भाग लेंगे। सबसे प्रमुख आदिवासी संग्रहालय का उद्घाटन होगा, जो छत्तीसगढ़ की आदिवासी संस्कृति को संरक्षित करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। यह संग्रहालय आधुनिक तकनीक से लैस होगा, जिसमें डिजिटल प्रदर्शनियां और इंटरएक्टिव जोन शामिल होंगे। पीएम यहां आदिवासी समुदाय के योगदान को रेखांकित करेंगे। इसके अलावा, वे हेलीपैड से सीधे कार्यक्रम स्थल पहुंचेंगे, ताकि समय की बचत हो।
प्रदेशवासियों के लिए सौगातें
पीएम के दौरे में छत्तीसगढ़ को कई विकास परियोजनाओं की सौगात मिलेगी। इनमें सड़क, रेल और स्वास्थ्य क्षेत्र की योजनाएं शामिल हैं। विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों में बिजली और पानी की आपूर्ति बढ़ाने वाली परियोजनाओं का शिलान्यास होगा। आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार भी होगा। इन सौगातों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। स्थानीय नेता इसे केंद्र-राज्य सहयोग का प्रतीक बता रहे हैं। दौरे के दौरान पीएम जनसभा को संबोधित भी करेंगे, जहां वे छत्तीसगढ़ के विकास पर अपनी दृष्टि साझा करेंगे।
तैयारियों में तेजी
प्रदेश सरकार ने दौरे की तैयारियों को गति दी है। विभिन्न विभागों को लक्ष्य दिए गए हैं, जैसे पर्यटन विभाग को संग्रहालय के प्रचार में जुटना। स्थानीय प्रशासन ने स्वयंसेवकों की भर्ती शुरू कर दी है। यह दौरा न केवल विकास का प्रतीक है, बल्कि आदिवासी संस्कृति को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का माध्यम भी बनेगा। कुल मिलाकर, यह घटना छत्तीसगढ़ के लिए ऐतिहासिक साबित होगी।