Dec 26, 2025
मध्य प्रदेश में कड़ाके की सर्दी और घने कोहरे का कहर: पचमढ़ी सबसे ठंडा, यातायात ठप
मध्य प्रदेश इन दिनों कड़ाके की सर्दी की चपेट में है। उत्तर से आ रही बर्फीली हवाओं ने पूरे राज्य को कंपा दिया है, खासकर मालवा क्षेत्र में। इंदौर में न्यूनतम तापमान बेहद नीचे गिर गया है, जो दशकों में सबसे कम स्तरों में से एक है। घने कोहरे ने सड़कों और रेल यातायात को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है, जिससे लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी मुश्किल हो गई है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि जनवरी तक ठंड और बढ़ सकती है।
ठंड के रिकॉर्ड ध्वस्त, इंदौर सबसे प्रभावित
इस बार की सर्दी ने कई पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। इंदौर में तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया, जो पिछले कई वर्षों में दुर्लभ है। आमतौर पर मालवा क्षेत्र में पश्चिमी हवाएं ठंड को कम रखती हैं, लेकिन इस बार उत्तर से आ रही ठंडी हवाओं और शुष्क मौसम ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। राज्य के अन्य जिलों जैसे ग्वालियर, भोपाल और उज्जैन में भी पारा सामान्य से काफी नीचे दर्ज किया गया। शीतलहर का असर पूरे मध्य प्रदेश पर पड़ा है।
कोहरे का कहर: यातायात ठप
घना कोहरा सर्दी का सबसे बड़ा दुश्मन बनकर उभरा है। ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में तो विजिबिलिटी इतनी कम हो गई कि सड़क पर गाड़ी चलाना जोखिम भरा हो गया। रेल सेवाएं सबसे ज्यादा प्रभावित हैं – कई ट्रेनें 5 से 8 घंटे तक लेट चल रही हैं। इनमें पंजाब मेल, शताब्दी एक्सप्रेस, झेलम एक्सप्रेस और सचखंड एक्सप्रेस जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनें शामिल हैं। सड़क मार्ग पर भी वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
किसानों के लिए राहत की खबर
साफ मौसम और ओस गिरने से फसलों को फायदा पहुंच रहा है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, मावठे की कोई संभावना नहीं है, जिससे कोहरा कम होगा लेकिन ठंड बनी रहेगी। जनवरी के पहले हफ्ते में तापमान और 2-3 डिग्री गिर सकता है। कोई मजबूत पश्चिमी विक्षोभ नहीं आने से मौसम शुष्क रहेगा, जो रबी फसलों के लिए अच्छा संकेत है।
आगे क्या?
सेवानिवृत्त मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि ठंड फरवरी तक चलेगी, लेकिन अगर समय पर विदा हुई तो गर्मी लंबी और तीव्र हो सकती है। राज्यवासियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।







