Sep 22, 2016
बालाघाट। पाकिस्तान की जेल में कैद सुनील उइके रसवाड़ा थाना क्षेत्र ,डोरा चौकी अंतर्गत खुड्डीपुर गांव निवासी के परिजनों को प्रधानमंत्री कार्यलय से खत मिला है। पत्र में परिजनों की गुहार पर आवश्यक कार्यवाही की जाने की बात कही गई है। प्रधानमंत्री कार्यलय के पत्र मिलने के बाद से परिजनों को उनके बेटे सुनिल के जल्द लौट आने की उम्मीद जागी है। दरअसल, रोजगार की तलाश में गुजरात गया जिले का युवक सुनील करीब डेढ़ वर्ष से पाकिस्तान की जेल में कैद है। पाकिस्तान पुलिस ने सुनील को 29 मार्च 2015 को समुद्र में मछली पकड़ने गए जहाज से गिरफ्तार किया। तब से लेकर अभी तक सुनील पाकिस्तान की जेल में बंद है।
वर्ष 2015 में रोजगार की तलाश में गुजरात
सुनील गांव के ही कुछ युवकों के साथ वर्ष 2015 में रोजगार की तलाश में गुजरात राज्य गया था। जहां वह अपने दोस्तों के साथ अलग-अलग जहाजों में मछली पकड़ने का कार्य करने लगा। 29 मार्च 2015 को जिस जहाज में सुनील कार्य करता था, वह पाकिस्तान की सीमा में चला गया। जिसे पाकिस्तान की नेवी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सुनील पाकिस्तान के मलीर लंदी सिंध जेल करांची के इएसटी-34 के सर्किल-4 के ब्लॉक सी-4 में कैद है।
पाकिस्तान से दस्तावेज उपलब्ध कराने की मांग
पाकिस्तान पुलिस ने उससे उसके पहचान पत्र, भारत का निवासी होने के संबंध में दस्तावेजों की मांग की है। सुनील ने इस संबंध में पाकिस्तान की जेल से अपने परिजनों को दस्तावेज उपलब्ध कराए जाने को लेकर एक पत्र लिखा है। इसी पत्र के आधार पर सुनील के परिजनों ने कलेक्टर व एसपी से मुलाकात की। जिसके बाद सुनील के डूप्लीकेट दस्तावेजों को तैयार किए। उन्ही दस्तावेजों के आधार पर प्रशासन, प्रदेश सरकार और विदेश मंत्रालय से चर्चा की गई है। इसी आधार पर सुनिल उइके के परिजनों को प्रधान मंत्री कार्यालय दिल्ली से एक पत्र भेजा गया जिसमे लिखा हैं कि आपके के भेजे हुए पत्र पर आवश्यक कार्यावाही की जा रही हैं।