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PM Modi ने किया ऐलान अब इन हस्तियों को मिलेगा भारत रत्न

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Feb 9, 2024

हाइलाइट्स

  1. केंद्र सरकार एम॰ एस॰ स्वामीनाथन,चौधरी चरण सिंह,पी॰ वी॰ नरसिम्हा राव को देगी भारत रत्न
  2. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर दी जानकारी

Bharat Ratna Award - केंद्र सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह और पीवी नरसिम्हा राव को सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' देने का एलान किया है। वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भी भारत रत्न देने का एलान किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'एक्स' पर इसका एलान किया।

प्रधानमंत्री मोदी का ट्वीट- पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न-

प्रधानमंत्री ने लिखा बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में नरसिम्हा राव ने देश की बड़े पैमाने पर सेवा की। उन्हें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई वर्षों तक संसद और विधानसभा सदस्य के रूप में किए गए कार्यों को आज भी याद किया जाता है। उनका दूरदर्शी नेतृत्व भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने, देश की समृद्धि और विकास के लिए एक ठोस नींव रखने में सहायक था।'

मुश्किल समय में संभाली थी। पीवी नरसिंह राव ने देश की कमान -

भारत के के 09 वें प्रधानमंत्री रहे पी॰ वी॰ नरसिम्हा राव इनके प्रधानमंत्री बनने में भाग्य का बहुत बड़ा हाथ रहा है। 21 मई 1991 को राजीव गांधी की हत्या हो गई थी। ऐसे में सहानुभूति की लहर के कारण कांग्रेस को निश्चय ही लाभ प्राप्त हुआ। 1991 के आम चुनाव दो चरणों में हुए थे। प्रथम चरण के चुनाव राजीव गांधी की हत्या से पूर्व हुए थे और द्वितीय चरण के चुनाव उनकी हत्या के बाद में। प्रथम चरण की तुलना में द्वितीय चरण के चुनावों में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहतर रहा। इसका प्रमुख कारण राजीव गांधी की हत्या से उपजी सहानुभूति की लहर थी। इस चुनाव में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत नहीं प्राप्त हुआ लेकिन वह सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। कांग्रेस ने 232 सीटों पर विजय प्राप्त की थी। फिर नरसिम्हा राव को कांग्रेस संसदीय दल का नेतृत्व प्रदान किया गया। ऐसे में उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया। सरकार अल्पमत में थी, लेकिन कांग्रेस ने बहुमत साबित करने के लायक़ सांसद जुटा लिए और कांग्रेस सरकार ने पाँच वर्ष का अपना कार्यकाल सफलतापूर्वक पूर्ण किया। पीवी नरसिंह राव ने देश की कमान काफी मुश्किल समय में संभाली थी।

हरित क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन और पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भी दिया जायेगा भारत रत्न -

एमएस स्वामीनाथन - एमएस स्वामीनाथन का पूरा नाम मनकोम्बु संबाशिवन स्वामीनाथन है। उनका जन्म 7 अगस्त 1925 को तमिलनाडु के कुंभकोणम में हुआ था। हरित क्रांति में उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका के लिये व्यापक रूप से उन्हें पहचाना जाता है , जो भारतीय कृषि में एक परिवर्तनकारी चरण था जिसने फसल उत्पादकता में उल्लेखनीय वृद्धि की और राष्ट्र के लिये खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की थी इस परिवर्तन से फसल की पैदावार में काफी वृद्धि हुई, जिससे भारत आत्मनिर्भर हो गया और अकाल का खतरा टल गया 

चौधरी चरण सिंह -किसान राजनेता एवं पाँचवें प्रधानमंत्री थे। इनका जन्म हापुड़ के नूरपुर गांव में 23 दिसंबर 1902 को हुआ था। 85 वर्ष की आयु में इनका निधन 29 मई 1987 को हुआ था। चौधरी चरण सिंह के पिता का नाम चौधरी मीर सिंह था। आगरा विश्वविद्यालय से कानून की शिक्षा लेकर वर्ष 1928 में गाजियाबाद से वकालत शुरू की। कांग्रस के लाहौर अधिवेशन 1929 में पूर्ण स्वराज की उद्घोषणा से प्रभावित होकर युवा वकील ने गाजियाबाद में कांग्रेस कमिटी का गठन किया। 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन के तहत गुजरात में महात्मा गांधी ने डांडी मार्च किया था। चौधरी चरण सिंह ने हिंडन नदी पर नमक बनाया। उन्हें गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद उन्हें छह माह की सजा हुई।