Sep 1, 2025
कान्हा नेशनल पार्क में गणेश उत्सव पर हाथियों की उतारी गई आरती, रिजुवेनेशन कैंप में तेल से हुई मालिश परोसे गए पसंदीदा भोजन
अमित चौरासिया मंडला: भगवान गणेश का स्वरूप माने जाने वाले हाथियों की जमकर खातिरदारी की गई. कान्हा टाइगर रिजर्व के 7 हाथियों की 8 दिन तक विशेष सेवा की सुरुवात की गई. उन्हें स्नान करा कर तेल मालिश किया गई, विभिन्न प्रकार के व्यंजन परोसे गए. इस दौरान उनसे कोई काम भी नहीं लिया गया. अब रिजुवेनेशन कैंप के प्रारंभ में सभी हाथी रिफ्रेश हो चुके हैं और अपने काम से छुट्टी बिता रहे हैं. बता दें कि जंगलों की सुरक्षा में हाथियों की अहम भूमिका होती है. कान्हा टाइगर रिजर्व में गणेश उत्सव पर हाथियों की आरती उतारी गई, रिजुवेनेशन कैंप में हुआ तेल से मालिश, साथ ही पसंदीदा भोजन परोसे गए।
हाथियो के सेवा में लगे अधिकारी
कान्हा टाइगर रिजर्व के मढ़ई के हाथी कैंप में रिजुवेनेशन शिविर का आयोजन किया जा रहा है . इस दौरान हाथियों को 8 दिन की छुट्टी दी गई है इस लंबे अवकाश के दौरान हीथी शिविर में आराम करते हैं और मौज करते हैं. महावत, चारा कटर और एसटीआर के अधिकारी भी शिविर में उनकी सेवा करते हैं. वहीं, शिविर में हाथियों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया. रिजुवेनेशन कैंप का उद्देश्य हाथियों द्वारा की जा रही सेवा का सराहना करना होता है.
गणेश उत्सव के दौरान ही चला रिजुवेनेशन कैंप
इस बार हाथियों का रिजुवेनेशन कैंप गणेश उत्सव के दौरान ही आयोजित की गई. जिससे उनकी धूम-धाम से पूजा-अर्चना भी किया गया. 8 दिन तक महावतों ने अपने हाथियों को हल्दी और चावल के लेप से सजाकर उनकी आरती उतारी. वहीं, इस दौरान उनके लिए विशेष भोजन गन्ने, भुट्टे और केले सहित कई तरह के फल की व्यवस्था की गई. वहीं, रविवार को हाथियों की विशेष सेवा के साथ कैंप का समापन हुआ.
कान्हा टाइगर रिजर्व में हाथी महोत्सव
कान्हा टाइगर रिजर्व में आयोजित 8 दिवसीय हाथी महोत्सव बहुत ही खास रहा. रविवार को कार्यक्रम के उदघाटन में फील्ड डायरेक्टर रविंद्र मणि त्रिपाठी उपसंचालक पुनीत गोयल एवँ बालाघाट रेंज के आई,जी सहित अन्य कर्मचारी और महावत शामिल हुए.।
फील्ड डायरेक्टर रविन्द्र मणि त्रिपाठी ने कहा, "हर वर्ष हाथियों रिजुवेनेशन शिविर का आयोजन किया जाता है. इस दौरान हाथियों से कोई काम नहीं लिया जाता है और उनके मन पसंद के व्यंजन उन्हें परोसे जाते हैं. उनका हेल्थ चेकअप भी होता है. इस बार गणेश महोत्सव के दौरान यह इस शिविर का आयोजन हुआ इसी के चलते हाथियों की पूजा पाठ भी किया गया।
जंगल की सुरक्षा में दिन-रात मेहनत करते हैं हाथी
दरअसल, 15 जून से 1 अक्टूबर तक जंगल सफारी पर पाबंदी रहती है. इस दौरान भी कान्हा टाइगर रिजर्व के हाथी लगातार गश्ती कर जंगल की सुरक्षा करते हैं और केटीआर के लिए दिन रात मेहनत करते हैं. इसलिए हाथियों की सेवा के लिए हर साल रिजुवेनेशन शिविर आयोजित की जाती है. इस साल शिविर 31 अगस्त से शुरू हुआ जो 6 सितंबर तक चलेगा।