Sep 1, 2025
भारत का ‘अपना समय’ शुरू, भोपाल में लॉन्च हुई दुनिया की पहली वैदिक घड़ी
1 सितंबर 2025 से भारत ने समय गणना में नया इतिहास रच दिया। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दुनिया की पहली वैदिक घड़ी का शुभारंभ हुआ। यह घड़ी सूर्य, चंद्रमा और नक्षत्रों की चाल पर आधारित है, जो भारतीय पंचांग को दर्शाती है। इसका मोबाइल ऐप भी लॉन्च किया गया। यह घड़ी हर शहर के लिए अलग-अलग वैदिक समय की सटीक गणना करेगी, जो भारतीय परंपरा को पुनर्जनन देगी।
वैदिक घड़ी: भारतीय समय गणना का पुनर्स्थापन
विक्रमादित्य वैदिक घड़ी केवल समय बताने का यंत्र नहीं, बल्कि भारत की प्राचीन कालगणना पद्धति का जीवंत प्रतीक है। यह घड़ी सूर्य सिद्धांत और पंचांग पर आधारित है, जो सूर्योदय से अगले सूर्योदय तक समय को 30 मुहूर्तों (प्रत्येक 48 मिनट) में विभाजित करती है। इसके अलावा, यह नक्षत्र, तिथि, योग, करण और त्योहारों की जानकारी भी देती है। तीन साल के शोध के बाद बनी इस घड़ी को लखनऊ के एक युवा ने विकसित किया।
उज्जैन: समय की प्राचीन धुरी
उज्जैन को भारतीय कालगणना का केंद्र माना जाता है, क्योंकि कर्क रेखा यहीं से होकर गुजरती है। प्राचीन काल में उज्जैन को विश्व का समय गणना केंद्र माना जाता था। इस वैदिक घड़ी का महत्व इसलिए भी है कि यह उज्जैन की इस ऐतिहासिक विरासत को पुनर्जनन देती है। यह घड़ी न केवल समय, बल्कि खगोलीय घटनाओं जैसे ग्रहों की स्थिति और मुहूर्त की सटीक जानकारी भी प्रदान करती है।
वैदिक घड़ी बनाम ग्रीनविच मीन टाइम
ग्रीनविच मीन टाइम (GMT) 19वीं सदी में इंग्लैंड की ग्रीनविच वेधशाला से शुरू हुआ, जो सूर्य के औसत समय पर आधारित है। इसका उद्देश्य वैश्विक स्तर पर मानक समय स्थापित करना था। वहीं, वैदिक घड़ी सूर्य, चंद्रमा और नक्षत्रों की गति पर आधारित है। इसमें दिन सूर्योदय से शुरू होता है और 60 घटी, 30 मुहूर्त जैसी इकाइयों में समय मापा जाता है। GMT वैज्ञानिक है, जबकि वैदिक घड़ी प्रकृति और परंपरा से जुड़ी है।
मोबाइल ऐप: वैदिक समय हर शहर के लिए
वैदिक घड़ी के साथ लॉन्च हुआ इसका मोबाइल ऐप 189 से अधिक भाषाओं में उपलब्ध है। यह ऐप 7,000 वर्षों के पंचांग, मौसम की जानकारी, और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए रिमाइंडर प्रदान करता है। उपयोगकर्ता अपने शहर का वैदिक समय, तापमान, हवा की गति और नक्षत्रों की स्थिति जान सकते हैं। यह ऐप भारतीय संस्कृति को डिजिटल युग से जोड़ने का अनूठा प्रयास है।
भारत के लिए नया समय युग
इस घड़ी का शुभारंभ भारत के लिए एक नया समय युग शुरू करता है। यह न केवल भारतीय परंपराओं को पुनर्जनन देता है, बल्कि विश्व मंच पर भारत की प्राचीन खगोलीय और ज्योतिषीय विरासत को स्थापित करता है। यह घड़ी और इसका ऐप धार्मिक, कृषि और जीवनशैली को प्रकृति के साथ जोड़ने में मदद करेगा, जिससे भारत का ‘अपना समय’ वैश्विक पहचान बनाएगा।