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डबरा में कुत्ते के नाम आधार कार्ड की गजब कहानी, सोशल मीडिया पर वायरल, प्रशासन की कार्रवाई पर नजर

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Sep 1, 2025

डबरा में कुत्ते के नाम आधार कार्ड की गजब कहानी, सोशल मीडिया पर वायरल, प्रशासन की कार्रवाई पर नजर

विनोद शर्मा ग्वालियर:  मध्य प्रदेश के डबरा में एक अनोखा मामला सुर्खियों में है, जहां एक कुत्ते के नाम आधार कार्ड बनने की खबर ने हंगामा मचा दिया। टोमी जैसवाल नाम के इस 'पाव-धार' कार्ड में पिता का नाम, जन्मतिथि और पता दर्ज है। सोशल मीडिया पर वायरल यह कार्ड अब चर्चा का केंद्र बना हुआ है।

 कुत्ते के नाम आधार कार्ड का अनोखा मामला

ग्वालियर जिले के डबरा में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक कुत्ते के नाम पर आधार कार्ड बनाया गया। इस कार्ड में कुत्ते का नाम टोमी जैसवाल, पिता का नाम कैलाश जैसवाल, जन्मतिथि 25 दिसंबर 2010 और पता वार्ड नंबर 1, सिमरिया ताल, नगर पालिका, ग्वालियर दर्ज है। आधार कार्ड का नंबर 070001051580 भी दिया गया है। यह कार्ड सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने लोगों को आश्चर्य और हंसी दोनों का पात्र बना दिया।

 सोशल मीडिया पर चर्चा, वोटर धोखाधड़ी की आशंका

वायरल आधार कार्ड ने डबरा में अलग-अलग चर्चाओं को जन्म दिया है। कुछ लोग इसे मजाक मान रहे हैं, तो कई इसे वोटर धोखाधड़ी से जोड़कर देख रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग टिप्पणी कर रहे हैं कि यह वोट चोरी का नया तरीका हो सकता है। हालांकि, इसकी सत्यता की जांच अभी बाकी है। यह मामला आधार कार्ड प्रणाली की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठा रहा है।

 प्रशासन की जांच शुरू, कार्रवाई की मांग

वायरल होने के बाद जिला प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। कलेक्टर रुचिका चौहान के निर्देश पर जांच शुरू की गई है। प्रारंभिक जांच में यह आधार कार्ड फर्जी पाया गया, क्योंकि इस नंबर का कोई रिकॉर्ड UIDAI पोर्टल पर नहीं है। प्रशासन अब यह पता लगाने में जुटा है कि इस कार्ड को किसने और क्यों बनवाया। लोगों ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है।

 आधार कार्ड की विश्वसनीयता पर सवाल

यह घटना आधार कार्ड की प्रक्रिया और सुरक्षा पर सवाल खड़े करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि फर्जी आधार कार्ड बनाना गंभीर अपराध है, जिसके लिए आधार अधिनियम 2016 के तहत 3 साल तक की सजा और जुर्माने का प्रावधान है। इस तरह के मामले न केवल व्यवस्था की खामियों को उजागर करते हैं, बल्कि मतदाता सूची में हेरफेर की आशंकाओं को भी बढ़ाते हैं।

 

Report By:
Monika