Sep 1, 2025
सीएम विष्णुदेव साय ने बस्तर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा, राहत कार्यों की समीक्षा
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बस्तर जिले का दौरा कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। सुबह 9:45 बजे जगदलपुर पहुंचे सीएम ने प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने और राहत कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए। दोपहर 3:40 बजे रायपुर लौटने से पहले उन्होंने प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बस्तर के बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। भारी बारिश के कारण कई गांवों का संपर्क मुख्यालयों से टूट गया था, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। सीएम ने जगदलपुर और आसपास के क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त घरों, सड़कों और पुलों का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं, साथ ही तत्काल राहत पहुंचाने के लिए प्रशासन को सक्रिय करने का निर्देश दिया।
अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक
जगदलपुर के कलेक्ट्रेट में सीएम साय ने बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में बाढ़ से हुए नुकसान, राहत कार्यों की प्रगति और पुनर्वास योजनाओं पर चर्चा हुई। सीएम ने अधिकारियों को सड़क, बिजली और पेयजल आपूर्ति बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर काम करने का आदेश दिया। उन्होंने अतिरिक्त राशन वितरण और क्षतिग्रस्त मकानों की मरम्मत के लिए त्वरित कार्रवाई पर जोर दिया।
राहत और पुनर्वास पर जोर
सीएम साय ने कहा कि उनकी प्राथमिकता है कि हर प्रभावित परिवार को समय पर सहायता मिले। उन्होंने बस्तर संभाग में बाढ़ से हुए नुकसान, जिसमें 8 लोगों की मौत, 96 पशुओं का नुकसान और 495 घरों को क्षति शामिल है, को गंभीरता से लिया। उन्होंने प्रभावितों के लिए राहत शिविरों में बेहतर सुविधाएं सुनिश्चित करने और IAF हेलीकॉप्टर्स की मदद से बचाव कार्यों को तेज करने के निर्देश दिए।
विकास और भविष्य की योजनाएं
सीएम ने बस्तर को विकास की नई दिशा देने की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि बाढ़ के बाद पुनर्वास के साथ-साथ क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर ध्यान दिया जाएगा। सड़क, बिजली और शिक्षा जैसी सुविधाओं को बेहतर करने के लिए विशेष योजनाएं लागू की जाएंगी। सीएम ने बस्तर को नक्सलवाद से मुक्त कर पर्यटन और आर्थिक केंद्र बनाने के अपने विजन को भी रेखांकित किया।