Nov 3, 2025
खंडवा में मदरसे से बरामद लाखों के नकली नोट, मालेगांव गिरोह से जुड़ा हिस्ट्रीशीटर मौलाना
शेख आसिफ, खंडवा: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक मदरसे के इमाम के कमरे से नकली भारतीय मुद्रा के बड़े जखीरे की बरामदगी ने पुलिस महकमे में हलचल मचा दी है। रविवार को हुई इस कार्रवाई में करीब 19 लाख रुपये मूल्य के फर्जी नोटों के अलावा प्रिंटिंग उपकरण और संदिग्ध दस्तावेज भी जब्त किए गए। आरोपी, जो खुद को धार्मिक विद्वान बताकर ग्रामीण इलाकों में छिपा हुआ था, महाराष्ट्र के मालेगांव के एक अंतरराज्यीय नेटवर्क से जुड़ा हुआ निकला। यह घटना न केवल आर्थिक अपराधों की गहराई को उजागर करती है, बल्कि स्थानीय समुदाय में विश्वास की डोर को भी कमजोर कर रही है। पुलिस का मानना है कि यह गिरोह बड़े पैमाने पर जाली मुद्रा का प्रसार कर रहा था, जिसके सांठगांठदारों की तलाश तेज हो गई है।
संदिग्ध इमाम की असलियत: अपराध की दुनिया का पुराना खिलाड़ी
जावर थाना क्षेत्र के ग्राम पेठिया में स्थित एक छोटे से मदरसे में रहने वाले जुबैर अंसारी उर्फ मौलाना ने खुद को नेक और परहेजगार के रूप में पेश किया था। वह पिछले तीन महीनों से यहां बच्चों को धार्मिक शिक्षा देने और नमाज पढ़ाने का काम कर रहा था। लेकिन खुलासा हुआ कि वह बुरहानपुर जिले के हरिपुरा का निवासी है और लूट, चोरी व अन्य आपराधिक गतिविधियों का हिस्ट्रीशीटर है। बुरहानपुर में निगरानी सूची में शामिल होने के बाद वहां कोई आश्रय न मिलने पर वह खंडवा के दुर्गम गांवों में शरण ले चुका था। प्रारंभिक पूछताछ में जुबैर ने मालेगांव के संपर्कों का इशारा किया, जहां से जाली नोटों की आपूर्ति हो रही थी। एक ग्रामीण ने बताया, "वह हमेशा शांत और धार्मिक लगता था, लेकिन अब सोच रहे हैं कि कहीं हमारे बच्चों के बीच ही यह साजिश रची जा रही थी।"
मालेगांव कनेक्शन: अंतरराज्यीय साजिश का पर्दाफाश
यह मामला तब तूल पकड़ा जब महाराष्ट्र के मालेगांव पुलिस ने 29 अक्टूबर को जुबैर और उसके एक साथी को हाईवे पर 10 लाख रुपये के नकली नोटों के साथ धर दबोचा। सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस गिरफ्तारी की खबर एक पेठिया के निवासी ने देखी और स्थानीय पुलिस को सूचना दी। इसके आधार पर खंडवा पुलिस ने तत्काल छापेमारी की, जिसमें मदरसे के ऊपरी कमरे से 19 लाख के फर्जी नोटों के बंडल, कटे हुए नोट और प्रिंटिंग मशीनें बरामद हुईं। एएसपी महेंद्र तरनेकर ने पुष्टि की कि मामला भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत दर्ज कर लिया गया है। मालेगांव पुलिस 29 अक्टूबर से जुबैर से रिमांड पर पूछताछ कर रही है, जिसमें नेटवर्क के अन्य सदस्यों के नाम उभर रहे हैं। खंडवा एसपी मनोज राय ने कहा, "यह केवल शुरुआत है; हम महाराष्ट्र पुलिस के साथ समन्वय में बड़े खुलासे की उम्मीद कर रहे हैं।"
आगे की जांच: बड़े नेटवर्क की कमर तोड़ने की कोशिश
पुलिस अब जुबैर को खंडवा रिमांड पर लेने की तैयारी में है, ताकि स्थानीय स्तर पर वितरण चेन का पता लगाया जा सके। इलाके में डर का माहौल है, क्योंकि जाली नोटों का इस्तेमाल बाजार में हो सकता है। ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है, जबकि आसपास के जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया। यह घटना सवाल उठाती है कि धार्मिक संस्थानों का दुरुपयोग अपराधियों द्वारा कैसे हो रहा है। अधिकारियों का अनुमान है कि गिरोह का दायरा महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश तक फैला हुआ है, और जल्द ही और गिरफ्तारियां होंगी। समुदाय के लोग अब सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं, ताकि ऐसी साजिशें दोबारा न हो सकें।








