Aug 28, 2025
मध्यप्रदेश बनेगा आयुर्वेद हब: 18 महीनों में 8 नए आयुर्वेद कॉलेज
मध्यप्रदेश को आयुर्वेद हब बनाने की दिशा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मेडिकल पॉलिसी के तहत महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। अगले 18 महीनों में प्रदेश में 8 नए आयुर्वेद कॉलेज स्थापित होंगे, जो आयुर्वेद शिक्षा और चिकित्सा में क्रांति लाएंगे। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत 180 करोड़ रुपये का अनुदान स्वीकृत किया है, जिससे आयुर्वेद सेवाओं का विस्तार और रोजगार सृजन होगा।
नए आयुर्वेद कॉलेजों की स्थापना
मध्यप्रदेश में सागर, शहडोल, नर्मदापुरम, बालाघाट, मुरैना, झाबुआ और शुजालपुर में नए आयुर्वेद कॉलेज बनाए जाएंगे। डिंडौरी में जिला खनिज प्रतिष्ठान मद से एक अतिरिक्त कॉलेज स्थापित होगा। प्रत्येक कॉलेज की लागत लगभग 70 करोड़ रुपये होगी, जिसमें आधुनिक सुविधाओं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर ध्यान दिया जाएगा। ये कॉलेज आयुर्वेद के क्षेत्र में शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देंगे, जिससे प्रदेश स्वास्थ्य सेवाओं में अग्रणी बनेगा।
केंद्र का अनुदान और रोजगार के अवसर
केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत मार्च 2026 तक के लिए 180 करोड़ रुपये का अनुदान प्रदान किया है। इस अनुदान से न केवल कॉलेजों का निर्माण होगा, बल्कि आयुष चिकित्सा सेवाओं का विस्तार भी होगा। इन कॉलेजों के लिए 1570 नए पदों पर भर्ती होगी, जिससे आयुर्वेद क्षेत्र में युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
मेडिकल टूरिज्म को बढ़ावा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह पहल आयुर्वेद को बढ़ावा देने के साथ-साथ मेडिकल टूरिज्म को प्रोत्साहित करेगी। मध्यप्रदेश आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में देश में अग्रणी बनने की दिशा में अग्रसर है। यह कदम प्रदेश को स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।