Aug 28, 2025
भारत पर अमेरिकी सलाहकार का हमला: रूस से तेल खरीद और व्यापार नीतियों पर विवाद
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पूर्व व्यापार सलाहकार पीटर नवारो ने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर रूस से रियायती तेल खरीद के जरिए यूक्रेन युद्ध को बढ़ावा देने का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने भारत पर व्यापार और ऊर्जा नीतियों में दोहरा खेल खेलने का दावा किया, जिससे वैश्विक स्थिरता को खतरा है। नवारो ने भारत को "टैरिफ का महाराजा" करार देते हुए भारतीय वस्तुओं पर बढ़ते टैरिफ को जायज ठहराया।
नवारो के आरोप और यूक्रेन युद्ध
पीटर नवारो ने दावा किया कि भारत रूस से सस्ता तेल खरीदकर उसे रिफाइन करता है और वैश्विक बाजार में महंगे दामों पर बेचता है। उनके मुताबिक, इससे रूस को आर्थिक मदद मिलती है, जो यूक्रेन में युद्ध को वित्तपोषित करती है। नवारो ने इसे "मोदी का युद्ध" करार देते हुए कहा कि भारत की नीतियां अमेरिकी करदाताओं पर बोझ डाल रही हैं, क्योंकि यूक्रेन को अतिरिक्त सैन्य सहायता देनी पड़ती है।
टैरिफ विवाद और भारत की नीतियां
नवारो ने भारत को "टैरिफ का महाराजा" बताते हुए आरोप लगाया कि भारत की ऊंची टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाएं अमेरिकी व्यापार को नुकसान पहुंचाती हैं। उन्होंने कहा कि भारत की व्यापार नीतियां अनुचित हैं, जिसके चलते अमेरिका ने भारतीय वस्तुओं पर 50% टैरिफ लगाया है। नवारो ने भारत से रूस और चीन के साथ बढ़ते आर्थिक संबंधों पर भी चिंता जताई, इसे वैश्विक स्थिरता के लिए खतरा बताया।
भारत का जवाब और वैश्विक भूमिका
भारत ने इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि उसकी तेल खरीद राष्ट्रीय हित और वैश्विक ऊर्जा बाजार की स्थिरता के लिए है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्पष्ट किया कि अमेरिका ने ही भारत से तेल खरीदकर बाजार को स्थिर करने को कहा था। भारत ने रूस के साथ संबंधों को मजबूत रखते हुए गुट-निरपेक्ष नीति पर जोर दिया है, जो वैश्विक मंच पर उसकी रणनीतिक स्वायत्तता को दर्शाता है।