Aug 28, 2025
शहजादी आबिदा सुल्तान: भोपाल की बेगम, देश की दूसरी मुस्लिम पायलट
भोपाल रियासत की शहजादी आबिदा सुल्तान की जिंदगी साहस और विद्रोह की दास्तान है। 28 अगस्त 1913 को जन्मीं आबिदा ने नवाबी परंपराओं को चुनौती देकर घुड़सवारी, शिकार और हवाई जहाज उड़ाने के शौक पूरे किए। देश की दूसरी मुस्लिम महिला पायलट बनने वाली आबिदा ने खेलों में भी नाम कमाया। उनके बगावती तेवर और निडरता ने इतिहास रचा, जो आज भी प्रेरणा देता है।
निडर शिकारी और खिलाड़ी
आबिदा सुल्तान को बचपन से साहसिक परवरिश मिली। वे निपुण घुड़सवार, निशानेबाज और शिकारी थीं। उन्होंने 73 शेरों का शिकार किया और 1949 में अखिल भारतीय महिला स्क्वैश चैंपियनशिप जीती। पोलो में वे भारत के श्रेष्ठ खिलाड़ी राजा हनूत सिंह के साथ खेलीं। उनकी निडरता और खेलों के प्रति जुनून ने उन्हें नवाबी महिलाओं से अलग पहचान दी।
देश की दूसरी मुस्लिम पायलट
हवाई जहाज उड़ाने का आबिदा का सपना उनके पिता नवाब हमीदुल्लाह को मंजूर नहीं था। फिर भी, उन्होंने शिकार का बहाना बनाकर कोलकाता के फ्लाइंग क्लब में दाखिला लिया। एक साल की ट्रेनिंग के बाद वे बॉम्बे फ्लाइंग क्लब से देश की दूसरी मुस्लिम महिला पायलट बनीं। उनकी जिद और हिम्मत आज भी प्रेरणा देती है।
विद्रोही स्वभाव का किस्सा
आबिदा की शादी कोरवाई के नवाब से हुई, लेकिन रिश्ता नहीं टिका। जब उनके पति ने बेटे शहरयार को ले जाने की कोशिश की, तो आबिदा ने रिवॉल्वर दिखाकर चुनौती दी। इस साहस ने उनके बेटे को उनके पास रहने दिया।