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वंदे मातरम के 150 वर्ष: रीवा में उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला के नेतृत्व में उत्साहपूर्ण सामूहिक गान

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Nov 7, 2025

वंदे मातरम के 150 वर्ष: रीवा में उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला के नेतृत्व में उत्साहपूर्ण सामूहिक गान

अशोक कुमार मिश्रा रीवा :  रीवा भारत के प्रेरणादायी राष्ट्रगीत 'वंदे मातरम' के 150 वर्ष पूर्ण होने पर देशभर में भव्य कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। मध्य प्रदेश के रीवा में 7 नवंबर 2025 को कलेक्ट्रेट परिसर में सामूहिक गान का शानदार आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने भाग लिया और गीत को भारत माता के प्रति श्रद्धा का प्रतीक बताया। कार्यक्रम में सैकड़ों अधिकारियों व कर्मचारियों ने एक स्वर में गान कर देशभक्ति का संदेश दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली में शुरू हुए वर्षभर के उत्सव का हिस्सा बनते हुए रीवा ने भी इस ऐतिहासिक पल को जीवंत कर दिया।

आयोजन का विवरण

रीवा कलेक्ट्रेट परिसर में सुबह 9:50 बजे शुरू हुए इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कलेक्टर प्रतिभा पाल, पुलिस अधीक्षक एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी-कर्मचारी बड़ी संख्या में शामिल हुए। सभी ने 'वंदे मातरम' के पूर्ण संस्करण का सामूहिक गायन किया, जो स्वतंत्रता संग्राम की याद दिलाने वाला था। माहौल उत्साहपूर्ण रहा, जहां तिरंगे लहराए और देशभक्ति नारों से गुंजायमान हो गया। भाजपा के प्रदेशव्यापी अभियान के तहत यह आयोजन 10 प्रमुख स्थलों में से एक था, जहां सीएम मोहन यादव भोपाल में मुख्य समारोह में शामिल हुए। रीवा में गान के बाद अधिकारियों ने राष्ट्रगान गाया और एकता व समर्पण का संकल्प लिया।

उपमुख्यमंत्री का संदेश

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने कहा, "वंदे मातरम केवल गीत नहीं, बल्कि भारत माता के प्रति हमारी श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है। इस गीत में देश की संस्कृति, सौंदर्य और शक्ति का सुंदर चित्रण किया गया है।" उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे इस गीत के माध्यम से स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करें और राष्ट्र निर्माण में योगदान दें। शुक्ला ने जोर दिया कि यह गीत आज भी एकता का प्रतीक है, जो ब्रिटिश काल में प्रतिबंधित होने के बावजूद आंदोलन की धमक बन गया था।

ऐतिहासिक महत्व

'वंदे मातरम' की रचना 1882 में बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने की थी, जो 'आनंदमठ' उपन्यास का हिस्सा है। 1950 में इसे राष्ट्रगीत घोषित किया गया। 150 वर्ष पूर्ण होने पर केंद्र सरकार ने 7 नवंबर 2025 से 2026 तक चलने वाला अभियान शुरू किया, जिसमें प्रदर्शनियां, निबंध प्रतियोगिताएं और तिरंगा यात्राएं शामिल हैं। रीवा का आयोजन इस अभियान की सफलता का प्रतीक है, जो लोगों को देशभक्ति से जोड़ रहा है।

Report By:
Monika